झारखंड : कोरोना हर दिन बना रहा रिकॉर्ड, महज 4000 मरीज में ही हांफने लगा सिस्टम
राज्य में कोरोना का संक्रमण हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है। मरीजों की संख्या लगातार कीर्तिमान गढ़ रही है। संक्रमण का अलाम यह है कि पीड़ित मरीज की तो सांसें चढ़ ही रही हैं, सिस्टम का भी दम निकलने लगा...
राज्य में कोरोना का संक्रमण हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है। मरीजों की संख्या लगातार कीर्तिमान गढ़ रही है। संक्रमण का अलाम यह है कि पीड़ित मरीज की तो सांसें चढ़ ही रही हैं, सिस्टम का भी दम निकलने लगा है। स्थिति यह है कि फिलहाल महज 4004 मरीज राज्य भर के अस्पतालों में भर्ती हैं, लेकिन उसी की व्यवस्था में पूरा सिस्टम हांफ रहा है। वेंटिलेटर की तो बात ही बेमानी है। मरीजों को न दवा मिल रही है और न ही समुचित देखभाल। ऑक्सीजन के लिए मरीज मारे-मारे फिर रहे हैं। ये स्थिति तो अस्पतालों में भर्ती मरीजों की है। वहीं, होम आयसोलशन के मरीजों का तो बुरा हाल है। उनकी तो सुध लेने वाला भी कोई नहीं है। सरकारी आंकड़ों की बात करें तो राज्य भर में गुरुवार तक एक्टिव मरीजों की संख्या 40942 पहुंच चुकी है, जिनमें से महज 4004 मरीज ही अस्पतालों में भर्ती हैं।
होम आइसोलेशन में हैं 50404 मरीज
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार राज्य भर में गुरुवार तक 50404 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जिनमें से महज 18533 मरीज ही राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वरक्षा पोर्टल पर निबंधित हैं। इन मरीजों की देखरेख की बात करें तो ऐसे मरीजों को सरकारी मदद के नाम पर केवल कंट्रोल रूम से किसी-किसी को एक फोन भर कर लिया गया है। अन्य सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। बहुत से ऐसे मरीज हैं, जो 10 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहने के बाद जांच कराने के लिए परेशान हैं। उन्हें यह भी बताने वाला कोई नहीं है कि उन्हें किसी सेंटर पर जाना है या सरकार की टीम घर आकर जांच करेगी।
अबतक 13029 को दिया गया किट
राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार होम आइसोलेशन में रहनेवाले मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 13029 मरीजों को किट उपलब्ध कराया गया है। जिनमें गुरुवार को 11036 मरीजों को एवं उससे पहले महज 1993 मरीजों को किट उपलब्ध कराया गया है। हालांकि यह सरकार का दावा है। शुक्रवार को कई मरीजों से बात की गई, लेकिन किसी ने मेडिकल किट मिलने की जानकारी नहीं दी। अगर सरकार का दावा सच भी है तो होम आइसोलेशन के मरीजों को किट की उपलब्धता सुनिश्चित कराना कठिन लग रहा है। कारण है कि सरकारी सूचना के अनुसार राज्य सरकार के पास गुरुवार तक महज 16625 किट ही उपलब्ध थे।