झारखंड बोर्ड : 9वीं के नतीजों में बेटियों ने लहराया परचम, जानें प्रतिशत
लंबे इंतजार के बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने मंगलवार को नौवीं कक्षा का रिज़ल्ट प्रकाशित कर दिया। नौवीं के नतीजों ने लड़कियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है। सूबे का कुल रिजल्ट 97.42...
लंबे इंतजार के बाद झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने मंगलवार को नौवीं कक्षा का रिज़ल्ट प्रकाशित कर दिया। नौवीं के नतीजों ने लड़कियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है। सूबे का कुल रिजल्ट 97.42 प्रतिशत रहा और 10537 बच्चे असफल रहें। नौवीं की परीक्षा में कुल 4.17 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें 2.12 लाख लड़कियां और 1.93 लाख लड़कें सफल रहे हैं। वैसे परीक्षा में बैठने के मामले में भी लड़कियां लड़कों से ज्यादा रही। उत्तीर्ण होने के प्रतिशत के लिहाज से लड़के थोड़े आगे निकल गये हैं। लड़कियों का पास प्रतिशत 97.2 रहा, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 97.5 रहा।
नौवीं का रिजल्ट मंगलवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने जैक सभागार में जारी किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों और बच्चों की मेहनत का ही परिणाम है कि रिजल्ट 97 प्रतिशत से अधिक रहा। उन्होंने कहा कि जैक ने भी ओएमआर शीट पर परीक्षा लेकर बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को उभारने का प्रयास किया है। जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि इस बार सभी परीक्षाएं समय पर ली गई। इससे छात्रों को भी काफी राहत पहुंची है। आगे भी परीक्षाएं समय पर ही आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है।
ग्रेडिंग मिली : नौवी की परीक्षा ओएमआर शीट पर हुई थी। परीक्षा तीन पेपर की हुई थी। रिज़ल्ट में सभी को ग्रेडिंग दी गई है। मालूम हो कि परीक्षा के लिए 4.22 लाख छात्र-छात्राओं ने निबंधन कराया था। इसमें से 4.17 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। से परीक्षा में बैठने वालों में भी लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक रही थी। लड़कों की कुल संख्या 1.98 लाख थी जबकि लड़कियों की संख्या 2.18 लाख थी।
नौवीं और दसवीं के छात्र-छात्राओं को भी सरकार देगी किताबें : शिक्षा मंत्री ने कहा कि 2016 से सरकार नौवीं और दसवीं के बच्चों को किताबें नहीं दे रही है। इसके बावजूद बच्चे किसी तरह पढ़ाई कर आगे बढ़ राजे हैं। लड़कियों को तो किताबें मिल भी जाती है लेकिन लड़कों को किताब उपलब्ध नहीं करायी जाती है। बाज़ार में एनसीईआरटी की किताबों की काफी कमी है। सरकार को कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि अब लड़के और लड़कियों को किताब सरकार उपलब्ध कराएगी।
सरकार जल्द शिक्षकों की बहाली करेगी : शिक्षा मंत्री ने कहा है कि जल्द ही राज्य में रिक्त पदों पर शिक्षकों की बहाली होगी। इस दिशा में सरकार कई स्तर पर काम कर रही है। स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। अच्छे व योग्य शिक्षकों की नियुक्ति होगी और इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं होगी। मालूम हो पिछली सरकार में प्राईमरी व मिडील स्कूलों में करीब 15 हजार शिक्षकों की बहाली हुई थी, हाई स्कूलों में साढ़े आठ हजार के करीब और प्लस टू के लिए 14 सौ शिक्षकों की बहाली हुई है। अभी करीब 20 हजार से अधिक पद शिक्षकों के रिक्त हैं।