जैक बोर्ड: 8वीं-9वीं के रिजल्ट जहां खराब रहे, शिक्षा विभाग वहां के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देगा
खराब रिजल्ट करनेवाले जिलों के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ऐसे जिलों के शिक्षकों की सूची तैयार कर रहा है। ये ऐसे जिले हैं जहां आठवीं व नौवीं कक्षा के परिणाम स्तरीय नहीं रहे...
खराब रिजल्ट करनेवाले जिलों के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ऐसे जिलों के शिक्षकों की सूची तैयार कर रहा है। ये ऐसे जिले हैं जहां आठवीं व नौवीं कक्षा के परिणाम स्तरीय नहीं रहे हैं। जिन जिलों से असफल छात्रों की संख्या ज्यादा होगी, वहां के शिक्षकों को पढ़ाने के आधुनिक तरीकों से अवगत कराया जाएगा। जैक द्वारा निकाले गए रिजल्ट में दोनों कक्षाओं में पहली बार 1.17 लाख बच्चे असफल हुए हैं।
विभागीय सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जैक ने अपने मापदंड से छात्रों की परीक्षा ली है। इसके बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जिन जिलों से बच्चे असफल रहे हैं, वहां की शिक्षा में कमी है। अब पहले की तरह बच्चों की कॉपी वहां के मास्टर साहब नहीं जांच सकते, इससे शिक्षकों की पोल इन कक्षाओं के परिणाम ने खोल दी है। जैक की मदद से इन शिक्षको की ट्रेनिंग दी जाएगी।
परिणाम ने सिखाया शिक्षकों की नियुक्ति करने का तरीका
स्कूल स्तर में जिस तरह के आठवीं व नौवीं कक्षा के परिणाम आए हैं उससे कई चीजें विभाग को सीखने को मिली है। विभागीय सचिव ने स्वयं माना है कि अब शिक्षकों की नियुक्ति में कई बदलाव हो सकते हैं। इसते तहत शिक्षकों की बहाली में भी एक बड़ा बदलाव होगा। सचिन ने बताया कि विभाग रिजल्ट को लेकर विश्लेषण कर रहा है, उन चीजों को ढूंढ़ा जाएगा, जहां पर शिक्षक बच्चों को पढ़ाने में असफल रहे हैं।
जहां के परिणाम बेहतर रहे, वहां के शिक्षक भी होंगे शामिल
जो भी तथ्य आएंगे उसमें सुधार करने का प्रयास होगा। साथ ही उन जिलों के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण में शामिल किया जाएगा, जहां के परिणाम काफी बेहतर रहे। हजारीबाग, कोडरमा, रांची व गोड्डा, पलामू, लोहरदगा, गिरिडीह जैसे कुछ जिलों के परिणाम संतोषजनक रहे हैं। नौंवी में 42 हजार और आठवीं में 75 हजार बच्चे असफल रहे हैं।