jac.jharkhand.gov.in, JAC 9th Result 2020 Live Updates: कोडरमा के छात्र अव्वल पश्चिमी सिंहभूम सबसे पीछे
सरकारी स्कूलों की नौवीं कक्षा में सभी जिलों से 94 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल रहे हैं। इसमें सबसे अधिक सफलता कोडरमा के बच्चों को मिली है। दूसरे स्थान पर गिरिडीह और तीसरे स्थान पर बोकारो के छात्र रहे।...
सरकारी स्कूलों की नौवीं कक्षा में सभी जिलों से 94 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल रहे हैं। इसमें सबसे अधिक सफलता कोडरमा के बच्चों को मिली है। दूसरे स्थान पर गिरिडीह और तीसरे स्थान पर बोकारो के छात्र रहे। कोडरमा में पास का प्रतिशत 99.38 रहा, जबकि गिरिडीह का 99.20 प्रतिशत और बोकारो का 98.45 प्रतिशत रहा।
सबसे पीछे पश्चिमी सिंहभूम रहा, यहां 94.24 प्रतिशत बच्चों ने सफलता हासिल की है। नीचे से दूसरे पायदान पर जामताड़ा 95.50 प्रतिशत और तीसरे स्थान पर पाकुड़ 96.06 प्रतिशत के साथ रहा है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने बताया कि सभी स्कूलों के बच्चों ने बेहतर नतीजे दिए हैं। किसी स्कूल में कम छात्र थे तो किसी स्कूलों में छात्रों की संख्या अधिक थी। इससे प्रतिशत में थोड़ी भिन्नता दिख रही है।
लड़कियों ने लहराया परचम : सूबे के सभी प्रमंडलों में लड़कियों ने अपना परचम लहराया है। पांचों प्रमंडलों में पास होने वालों में लड़कियों की संख्या अधिक रही है। इसमें भी सबसे अच्छा प्रदर्शन उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल का रहा है। यहां 80 हजार लड़कियों ने बाजी मारी है जबकि सफल होने वाले लड़कों की संख्या 70 हजार रही।
पश्चिमी सिंहभूम में सबसे अधिक बच्चे असफल : नौवीं की परीक्षा में कुल असफल छात्रों की संख्या 10537 रही है। इसमें सबसे अधिक असफल होने वाले परीक्षार्थी पश्चिमी सिंहभूम के हैं। इसके बाद रांची से 333 और पलामू से 269 परीक्षार्थी असफल हुए। वहीं, सबसे कम असफल होने वाले छात्रों की संख्या 33 कोडरमा से रही।
नौवीं में इस वर्ष कंपार्टमेंटल परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा। परीक्षा से पहले ही जैक ने यह घोषणा की थी। उसमें कहा गया था कि नौवीं और 11वीं के लिए अब कोई कंपार्टमेंटल आयोजित नहीं की जाएगी। नौवीं में दस हजार जो परीक्षार्थी असफल हुए हैं, उन्हें अब फिर से नौवीं की परीक्षा देनी होगी।
मुख्य सचिव के क्वारंटाइन से वापस आने के बाद निजी स्कूल फीस पर होगा फैसला: शिक्षा मंत्री ने रिजल्ट जारी करने के बाद कहा कि निजी स्कूल के फीस को लेकर जो भी समस्या आ रही है उसे जल्द दूर कर लिया जाएगा। मुख्य सचिव के साथ वार्ता होनी हैं। लेकिन वे अभी क्वारंटाइन में हैं, उनके आने के बाद इस पर चर्चा होगी। तब तक निजी स्कूल प्रबंधक और अभिभावक मंच के साथ मिलकर इस मुद्दे को खत्म करने का प्रयास किया जाएगा। फैसला ऐसा होगा जिससे अभिभावकों को आराम मिलेगा और स्कूल प्रबंधकों पर अतिरिक्त बोझ भी नहीं आएगा।
जिलावार परिणाम
जिला असफल पास प्रतिशत
रांची 333 97.94
गुमला 153 97.67
लोहरदगा 107 96.51
सिमडेगा 145 96.15
खूंटी 105 96.79
हजारीबाग 163 98.23
गिरिडीह 131 99.20
धनबाद 237 98.20
चतरा 186 97.36
बोकारो 168 98.45
कोडरमा 33 99.38
रामगढ़ 161 97.38
पलामू 269 98.31
गढ़वा 218 97.72
लातेहार 180 96.24
दुमका 199 96.94
देवघर 207 97.64
साहेबगंज 228 95.77
पाकुड़ 112 96.06
गोड्डा 131 98.06
जामताड़ा 191 95.50
पू सिंहभूम 264 97.68
प सिंहभूम 520 94.24
सरायकेला 238 96.44