झारखंड की खास मिट्टी से बनेगी इंटरनेशनल पिच, विराट बरसाएंगे रन; बुमराह को भी मिलेगी धार
जिले के बोरियो अंचल के जिरूल ,तेलो व जेटके कुम्हारजोड़ी गांव में पाए जाने वाली खास मिट्टी का इस्तेमाल अब रांची समेत देश के बड़े स्टेडियम में फास्ट क्रिकेट पिच के निर्माण में होगा। मिट्टी का नमूना लिया
जिले के बोरियो अंचल के जिरूल ,तेलो व जेटके कुम्हारजोड़ी गांव में पाए जाने वाली खास मिट्टी का इस्तेमाल अब रांची समेत देश के बड़े स्टेडियम में फास्ट क्रिकेट पिच के निर्माण में होगा। जांच में इस गांव की मिट्टी को अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुरूप क्रिकेट पिच निर्माण के लिए उपयुक्त पाया गया है। गौरतलब है कि झारखंड के रांची स्थित जेएससीए स्टेडियम में 27 जनवरी को भारत औऱ न्यूजीलैंड के बीच टी20 मुकाबला खेला जाएगा। 9 अक्टूबर को भी यहां भारत और न्यूजीलैंड के बीच एक मैच खेला गया था।
उपमहाद्वीप में भी बनेंगी तेज और उछाल वाली पिच
बता दें कि उपमहाद्वीप की पिचों को अक्सर तेज गेंदबाजी के मुफीद नहीं माना जाता। यहां की क्रिकेट पिच अक्सर स्पिन गेंदबाजी के लिए ज्यादा उपयुक्त होता है। घरेलु मैदान में द्विपक्षीय सीरीज या आईसीसी टूर्नामेंट्स में भारतीय स्पिनरों को तो इसका फायदा मिलता है लेकिन जब हमारी टीम ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में टूर्नामेंट्स खेलने जाती है तो भारतीय बल्लेबाजों का सामना तेज और उछाल वाली पिच से होता है। ऐसे में कई बार खिलाड़ियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अब बोरियो अंचल की मिट्टी से बनी पिच तेज गेंदबाजी के मुफीद होगी। उसमें ना केवल गेंदबाजों को स्पीड और स्विंग में नियंत्रण हासिल करने में मदद मिलेगी बल्कि बल्लेबाजों का भी विश्वस्तरीय अभ्यास हो सकेगा।
बीसीसीआई के पिच क्यूरेटर ने लिया मिट्टी का नमूना
इस सिलसिले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के क्यूरेटर डॉ एसबी सिंह व जेएससीए सदस्य रमेश सिंह ने रविवार को यहां का दौरा कर मिट्टी के नमूने संग्रह किए। क्यूरेटर डॉ एसबी सिंह ने बताया कि राजमहल पहाड़ी जुरासिक एज से भी पुरानी है। यह पहाड़ी बेंटोनाइट्स रक (पत्थर) के स्पेशल प्रोसेस से बना है। इस तरह की मिट्टी से विदेशों में क्रिकेट के फास्ट पिच का निर्माण होता आ रहा है। नागपुर के अमरावती स्थित नेशनल ब्यूरो ऑफ सॉइल सर्वे ने पहले ही यहां की मिट्टी का फिजिकल, मॉरफॉलॉजिकल व केमिकल टेस्ट कर चुका है। लैब की रिपोर्ट पर अब जेएससीए यहां की मिट्टी के नमूनों का अब विश्लेषण करेगा।
डॉ एसबी सिंह ने बताया कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड आदि की तर्ज पर राज्य में भी जल्द ही फास्ट पिच का निर्माण होगा।
साहिबगंज में विश्वस्तरीय स्टेडियम बनाएगा जेएससीए
जेएससीए की दो सदस्यीय टीम ने सिदो-कान्हू स्टेडियम व पुलिस लाइन स्थित मैदान का भी जायजा लिया। टीम ने बताया कि साहिबगंज में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए जेएससीए अपनी निगरानी में यहां विश्वस्तरीय क्रिकेट पिच का निर्माण करेगा। बीसीसीआई क्यूरेटर डॉ एसबी सिंह व जेएससीए सदस्य रमेश सिंह ने मौके पर जेएससीए डिस्ट्रिक सब कमेटी चेयरमैन चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा, मो अशफाक आलम, प्रभाकर सिंह, राजकुमार, अभिषेक, रवि पोलार्ड, चंदन, राकेश आदि से बातचीत भी की।