अच्छी खबर! झारखंड में बिजली उपभोक्ता खुद ही मीटर रीडिंग लेकर कर रहे बिल का भुगतान
झारखंड में लोग अपने बिजली बिल के भुगतान के लिए आगे आने लगे हैं। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने पिछले दिनों एप लॉच करते हुए उपभोक्ताओं को खुद मीटर रीडिंग लेने की सुविधा शुरू की...
झारखंड में लोग अपने बिजली बिल के भुगतान के लिए आगे आने लगे हैं। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने पिछले दिनों एप लॉच करते हुए उपभोक्ताओं को खुद मीटर रीडिंग लेने की सुविधा शुरू की है। इसके जरिए उपभोक्ता मीटर रींडिग लेते हैं और 24 घंटे के अंदर उनका बिल जेनरेट होकर एप पर दिखने लगता है। इस नई व्यवस्था के तहत पिछले तीन दिनों राज्य के चार हजार उपभोक्ताओं ने मीटर रीडिंग लिया। जिसके तहत विभाग ने 1.5 करोड़ रुपये का बिल जेनरेट किया है।
उपभोक्ता 37 लाख डाउनलोड किया दस हजारः
जेबीवीएनएल-ईजी-बिल नाम से नया एप लॉंच किया गया है। यह 23 अप्रैल से गुगल प्ले पर उपलब्ध हो गया था। हालांकि इसमें कुछ कमियां थी, जिसे दूर करते हुए 25 अप्रैल को एप अपडेट किया गया। राज्य में 37 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें से अभी तक केवल दस हजार से अधिक लोग एप को डाउनलोड किया है। जबकि इससे आधे लोगों ने खुद मीटर रिंडिंग लेकर बिल जेनरेट किया। अब वह बिल को ऑनलाइन जमा भी कर सकेंगे।
विभाग लोगों को प्रोत्साहित करने की बना रहा योजनाः
जेबीवीएनएल द्वारा एप शुरू करने के बाद 25 अप्रैल तक रांची में केवल 730 लोगों ने खुद से बिजली बिल जेनरेट किया था। 28 अप्रैल तक यह संख्या दो हजार पर पहुंची। इसी तरह धनबाद में 137 लोगों से संख्या बढ़ कर 998 पहुंची, तो बोकारो में अब तक एक हजार उपभोक्ताओं ने बिल जेनरेट किया। पूरे राज्य में 25 अप्रैल तक मात्र 1700 बिल जेनरेट हुए थे, जो 28 अप्रैल तक बढ़ कर चार हजाए हुए। विभाग बिल जेनरेट करने की गति बढ़ाने का उपाय तलाश रही है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक लोगों को खुद बिल जेनरेट करने और ऑन लाइन जमा करने के लिए जागरूक करने की योजना है।