प्रार्थना में बेहोश हुए चार बच्चे, स्कूल बैग की होगी जांच
झारखंड में तालझारी प्रखंड के सकरीगली स्थित उत्क्रमित मिडिल स्कूल (हाथीगढ़) के चार बच्चे शुक्रवार को प्रार्थना के दौरान बेहोश हो गए। इनमें दो छात्र व दो छात्राएं हैं। आनन-फानन में चारों बच्चों को इलाज...
झारखंड में तालझारी प्रखंड के सकरीगली स्थित उत्क्रमित मिडिल स्कूल (हाथीगढ़) के चार बच्चे शुक्रवार को प्रार्थना के दौरान बेहोश हो गए। इनमें दो छात्र व दो छात्राएं हैं। आनन-फानन में चारों बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। इनमें से तीन बच्चों को प्राथमिक इलाज के बाद अभिभावकों के साथ भेज दिया गया, वहीं एक बच्ची अभी भी सदर अस्पताल में इलाजरत है। इधर, दो दिन पूर्व बांटे गए स्कूल बैग में किसी केमिकल की गंध के कारण ऐसा होने की आशंका को देखते हुए डीएसई ने बैग के सेंपल को स्वास्थ्य विभाग में जांच के लिए भिजवा दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, सुबह करीब नौ बजे स्कूल में प्रार्थना के समय कक्षा पांच की छात्रा वर्षा कुमारी, वंदना कुमारी, कक्षा तीन का छात्र आदित्य कुमार व कक्षा चार का छात्र अतुल कुमार एक-एक कर बेहोश होकर गिर पड़े। सभी को आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया। वर्षा कुमारी की हालत स्थिर नहीं होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कर ऑक्सीजन चढ़ाया गया। होश में आने के बाद वर्षा ने बताया कि सुबह करीब नौ बजे प्रार्थना के दौरान अचानक उसे चक्कर आया और वह बेहोश हो गई। छात्र अतुल के पिता रंजित मंडल ने बताया कि बीते पांच फरवरी को शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों को बैग वितरण किया गया था। बैग से अलग किस्म की गंध आ रही है। आशंका है कि इसी गंध के कारण चारों बच्चे स्कूल में बेहोश हुए होंगे।
अस्पताल पहुंचे चारों बच्चों के अनुसार स्कूल में कुछ और छात्रों को इस तरह की परेशानी महसूस हुई थी। इस बीच, स्कूल प्रबंधन ने घटना की सूचना डीएसई प्रमोद प्रसाद को दी। उन्होंने स्कूल पहुंचकर मामले की जांच की। ग्रामीणों व अभिभावकों ने बच्चों को दिए गए बैग की जांच कराने की मांग की। कुछ अभिभावक बैग लेकर सीधे सदर अस्पताल उसकी जांच कराने भी पहुंचे। इससे पहले गुरुवार को मसकलैया स्थित उत्क्रमित मिडिल स्कूल की चार छात्राएं भी बेहोश हो गई थीं। सिविल सर्जन डॉ. डीएन सिंह के अनुसार जिले में केरोना का कोई मरीज नहीं है। बेवजह इसकी अफवाह फैलाई जा रही है। अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ इकबाल के अनुसार, संभव है बच्चों के आसपास ऐसा कोई गैस या केमिकल रहा हो, जिससे बच्चों में सिर चकराने की शिकायत हुई हो। प्रारंभिक जांच में इनमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं मिला है।
प्रमोद प्रसाद, डीएसई, साहिबगंज ने बताया कि मैंने खुद स्कूल जाकर मामले की जांच की है। अभिभावकों व शिक्षकों की शिकायत पर स्कूल में हाल ही बच्चों में बांटे गए बैग के सैंपल की जांच कराने का निर्देश दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस बारे में सही ढंग से कुछ कहा जा सकता है।