ओमिक्रॉन का खौफ: झारखंड में फिर से लगेगा लॉकडाउन? सरकार की ओर से आया ये बयान
कोरोना के नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत पहुंच चुका है। कई देशों में कोरोना के इस ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद एक बार फिर दहशत का माहौल है। इस बीच शनिवार को झारखंड के मुख्यमंत्री...
कोरोना के नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भारत पहुंच चुका है। कई देशों में कोरोना के इस ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद एक बार फिर दहशत का माहौल है। इस बीच शनिवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आधिकारिक ट्वविटर अकाउंट का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा।
इस स्क्रीनशॉट में हेमंत सोरेन ने राज्य के नागरिकों के नाम एक संदेश जारी किया, जिसमें लिखा था कि मेरे झारखंडवासियों आप सभी को मालूम होगा कि एक घातक वेरिएंट आया है, जिसका नाम ओमिक्रॉन है। आप सभी की सुरक्षा के लिए झारखंड में लॉकडाउन लगने वाला है। स्कूल-कॉलेज, धार्मिक स्थान सब बंद रहेंगे और सारे इग्जाम कैंसिल। अगर कहीं जरुरी काम से जाना हो तो ई पास लगेगा।
This screenshot of Hon’ble CM @HemantSorenJMM’s twitter account in circulation is a fake post. It is REITERATED that no such decision on COVID-19 Lockdown has been taken by the State Government. @JharkhandPolice is instructed to file FIR, identify the miscreants & take action. pic.twitter.com/jnrcImWDIB
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) December 4, 2021
राज्य के आला अधिकारियों जब इस फर्जी स्क्रीनशॉट के बारे में जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीएमओ की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये स्क्रीनशॉट फर्जी है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों को यह निर्देश जारी कर दिया गया है कि जिसने भी इस स्क्रीनशॉट के जरिये ये अफवाह फैलाई है, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ऑफिस की ओर से भी ट्विटर पर बयान जारी कर बताया गया कि ये स्क्रीनशॉट फर्जी है।
रांची में ओमिक्रॉन का संदिग्ध मरीज मिला, जांच को भुवनेश्वर भेजे गए सैंपल
रांची में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का एक संदिग्ध मरीज मिला है। यह मरीज रांची के एक निजी अस्पातल में भर्ती है। इस मरीज का सैंपल जिनोम सिकवैंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया है। इस संदिग्ध के सैंपल की जिनोम सिक्वैंसिंग कराने के लिए उपायुक्त ने निर्देश दिया है। रांची के सिविल सर्जन के अनुसार संदिग्ध मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। उपायुक्त के निर्देश पर निजी अस्पताल में भर्ती मरीज का सैंपल भुवनेश्वर भेजा गया है। इस माह रांची से कुल 28 सैंपल जिनोम सिक्वैंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया है। रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ मनोज ने बताया कि जबतक जिनोम सिक्वेंसिंग नहीं होगी तब तक वेरिएंट के बारे में नहीं बताया जा सकता। ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गयी है। इसी के तहत सैंपल भुवनेश्वर भेजे जा रहे हैं। झारखंड में पॉजिटिव सैंपलों के वेरिएंट के जांच के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन नहीं है। जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए वर्तमान में सैंपल भुवनेश्वर भेजे जाते हैं। अगर राज्य के पास अपना जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन होती तो वेरिएंट की पुष्टि एक सप्ताह के अंदर ही हो सकती थी।