दिल्ली, वाराणसी और आगरा से बेहतर धनबाद स्टेशन, जानिए NGT के आदेश पर जारी रेटिंग में मिले कितने नंबर
नई दिल्ली, वाराणसी, आगरा और इलाहाबाद जैसे बड़े स्टेशनों से अपना धनबाद स्टेशन बेहतर है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर कराए गए सर्वे में इस बात पर मुहर लगी है। एनजीटी ने एक वाद की सुनवाई...
नई दिल्ली, वाराणसी, आगरा और इलाहाबाद जैसे बड़े स्टेशनों से अपना धनबाद स्टेशन बेहतर है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर कराए गए सर्वे में इस बात पर मुहर लगी है। एनजीटी ने एक वाद की सुनवाई करते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पर्यावरण के दृष्टि से स्टेशनों पर मौजूद सुविधाओं के आधार पर देशभर के 720 बड़े स्टेशनों की रेटिंग करने के आदेश दिए थे।
पिछले दिनों सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने रेटिंग की जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें धनबाद और रांची स्टेशन को पर्यावरण प्रदर्शन के आधार पर औसत से बेहतर बताया गया है। इस सूची में तिरुचिरापल्ली, दीघा, कटिहार, रायपुर, पुणे, जबलपुर, अजमेर, जोधपुर, चेन्नई सेंट्रल, भोपाल, गुवाहाटी, हावड़ा, हुबली, मुंबई सेंट्रल, तिरुवनंतपुरम सेंट्रल व लखनऊ को भी जगह दी गई है। इसके ऊपर भी एक कटेगरी बनाई है, जिसमें जयपुर, विशाखापट्टनम, मैसूर, वडोदरा और बिलासपुर स्टेशन को रखा गया है। इन पांचों स्टेशनों की सुविधा को अच्छा मना गया है, जबकि वाराणसी, नासिक रोड, आगरा, झांसी, इलाहाबाद, सिकंदराबाद को औसत और राजेंद्र नगर, नई दिल्ली, सियालदह, विजयनगरम, विजयवाड़ा और मंडुआडीह को औसत से नीचे की श्रेणी में रखा गया है। सर्वे में झारखंड के 15, बिहार के 55, यूपी के 82 व बंगाल के 57 स्टेशनों सहित देश के 719 स्टेशनों पर उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया गया।
इन सुविधाओं के आधार पर रेटिंग
- कचरा निस्तारण की व्यवस्था
- पीने की पानी का इंतजाम
- स्टेशन से पानी की निकासी की व्यवस्था
- साफ-सफाई की व्यवस्था
- स्टेशन पर ध्वनि के स्तर की निगरानी
- सीसीटीवी से पर्यावरण प्रबंधन की निगरानी
- एलईडी लाइट व सोलर एनर्जी का इस्तेमाल
- ट्रैक की सफाई व ट्रेनों में पानी की आपूर्ति