झारखंड में बिजली उपभोक्ता इन शर्तों के साथ एप की मदद से खुद ही ले सकेंगे मीटर रीडिंग
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए जेबीवीएनएल-ईजी-बिल नाम से नया एप लॉन्च किया है। इसके जरिए उपभोक्ता मीटर रींडिग लेकर एप पर लोड करते...
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने लोगों को बिजली बिल जमा करने के लिए जेबीवीएनएल-ईजी-बिल नाम से नया एप लॉन्च किया है। इसके जरिए उपभोक्ता मीटर रींडिग लेकर एप पर लोड करते हैं।
अपलोड करने के 24 घंटे के अंदर उनका बिल जेनरेट होकर एप पर दिखने लगता है। पर यह सुविधा हर महीने के पहले दस दिन उपलब्ध हो सकेगी। इसके बाद एप पर मीटर रीडिंग लेने की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। जेवीएनएल ने अप्रैल महीने के लिए एप पर मीटर रीडिंग लेने की सुविधा अब बंद कर दी है।
जेवीएनएल अधिकारियों के मुताबिक बिल जेनरेट करने के लिए एक निश्चित समय सीमा तय किया जाना जरूरी है। मीटर रीडिंग लेने के बाद विभाग द्वारा कंप्यूटर के जरिए बिल जेनरेट किया जाता है। फिर इसे वेबसाइट पर डाला जाता है। बिल जमा करने के लिए कुछ समय सीमा दी जाती है। हर दिन अगर मीटर रीडिंग कर एप पर लोड होगें, तो बिल जेनरेट करने में समस्या होगी। इसलिए बिल जेनरेट करने के लिए समय सीमा तय की गई है।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक उपभोक्ता हर महीने की 18 से 28 तारीख के बीच एप के जरिए मीटर रीडिंग ले कर लोड कर सकेंगे। इस दौरान जो भी उपभोक्ता मीटर रीडिंग लोड करेंगे उनका बिल जेनरेट हो जाएगा। जो उपभोक्ता मीटर रीडिंग एप पर लोड नहीं करेंगे, उनका तीन महीने के औसत के आधार पर बिल जेनरेट किया जाएगा। जो उपभोक्ता औसत के आधार बिल जमा करेंगे, उनका भविष्य में मूल बिल के साथ समायोजित कर दिया जाएगा।