बाबा वैद्यनाथ मंदिर में आम श्रद्धालु नहीं कर पाएंगे स्पर्श पूजा, जान लें क्या है नया नियम
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ मंदिर में आम श्रद्धालु स्पर्श पूजा नहीं कर पाएंगे। अब केवल अर्घा से जलार्पण की सुविधा मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के निर्देश के बाद...
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ मंदिर में आम श्रद्धालु स्पर्श पूजा नहीं कर पाएंगे। अब केवल अर्घा से जलार्पण की सुविधा मिलेगी।
सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के निर्देश के बाद खोले गए मंदिर में स्पर्श पूजा के दौरान अफरातफरी को देख जिला प्रशासन ने मंगलवार को व्यवस्था में बदलाव किया। प्रात: पुरोहितों की कांचा जल और सरकारी पूजा के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंझला खंड में अर्घा लगाया गया। हर रोज झारखंड के 200 श्रद्धालुओं को अर्घा के माध्यम से जलार्पण करने दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए श्रद्धालुओं को मानसरोवर फुट ओवर ब्रिज से बाबा मंदिर मंझला खंड तक भेजा जा रहा है। उन्हीं श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है जो झारखंड के निवासी हैं और उनके द्वारा एक दिन पूर्व ही ई-पास बनवाया गया हो। नयी व्यवस्था के बीच मंगलवार को विधायक नारायण दास व आईजी नवीन सिंह भी बाबा दरबार पहुंचे। इससे पूर्व बाबा मंदिर में श्रावण के अलावा साल के कुछ विशेष अवसरों पर ही अर्घा के माध्यम से जलार्पण होता रहा है, लेकिन कोरोना काल में संक्रमण से बचाव को लेकर नयी व्यवस्था लागू की गयी है। हालांकि इस व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है। उनका कहना है कि यहां स्पर्श पूजा का महत्व है। ऐसे में अर्घा से जलार्पण कराना सही नहीं है।