चिटफंड मामला: करोड़ों की धोखाधड़ी कर पांच साल से फरार दो अधिकारी गिरफ्तार, मास्टरमाइंड अब भी फरार
झारखंड के जामताड़ा में निवेशकों से करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी कर पांच साल से फरार चल रहे चिटफंड कंपनी के दो अधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अधिकारियों में मोहम्मद कमाल कौसर और...
झारखंड के जामताड़ा में निवेशकों से करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी कर पांच साल से फरार चल रहे चिटफंड कंपनी के दो अधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अधिकारियों में मोहम्मद कमाल कौसर और सलीमुद्दीन अंसारी शामिल हैं। कमाल कौसर जामताड़ा के नूर मुहल्ला के रहने वाले हैं तो सलीमुद्दीन अंसारी जियाजोरी गांव के। दोनों को उनके घरों से पकड़ा गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों गिरफ्तार अधिकारी ओरियन इंडस्ट्रीज चिटफंड कंपनी (नन बैंकिंग) के डायरेक्टर थे। वे नान बैंकिंग के माध्यम से लोगों को करोड़ों रुपया का चूना लगा चके हैं। ओरियन कंपनी का एक और मास्टरमाइंड महफूज आलम अभी भी फरार है।
दस साल में तीन गुना का देते थे झांसा
यह चिटफंड कंपनी लोगों को दस साल में रुपए तीन गुना करने का झांसा देती थी। कम समय में ज्यादा लाभ पाने के चक्कर में अक्सर लोग फंस जाते थे। वे कंपनी में वर्षों तक रुपए जमा करते रहते थे। कंपनी की असलियत तब खुली जब कई निवेशकों के निवेश का समय पूरा हो गया। ऐसे निवेशक जब अपने भुगतान के लिए कंपनी के ऑफिस पहुंचे तो उनके होश उड़ गए।
2016 से फरार थे अधिकारी
पकड़े गए दोनों अधिकारी साल-2016 से फरार चल रहे थे। निवेशकों ने उनके खिलाफ जैसे ही रिपोर्ट दर्ज कराई, वे फरार हो गए। सोमवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कंपनी के दो कथित डायरेक्टर अपने गांव आए हैं। इस सूचना पर छापामारी कर पुलिस ने दोनों को उनके पैतृक घरों से गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।