लेह-लद्दाख में फंसे झारखंड के 60 श्रमिक किए गए एयरलिफ्ट
लेह-लद्दाख में फंसे झारखंड के 60 प्रवासी श्रमिकों को एयर लिफ्ट कर शुक्रवार को रांची लाया गया। रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से बाहर...
लेह-लद्दाख में फंसे झारखंड के 60 प्रवासी श्रमिकों को एयर लिफ्ट कर शुक्रवार को रांची लाया गया। रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर प्रवासियों ने उनकी वापसी के लिए किए गए सरकार के प्रयासों की सहाहना की। सरकार की ओर से मजदूरों को एयरलिफ्ट करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है, क्योंकि इसका पूरा खर्च राज्य सरकार ने वहन किया।
लद्दा से लौटने वाले सभी श्रमिक दुमका के रहने वाले हैं। वे बटालिक- कारगिल सेक्टर में बीआरओ प्रोजेक्ट में काम करते थे। लॉकडाउऊन में वहीं फंस गए थे। इनलोगों ने वापसी के लिए मुख्यमंत्री से ट्विटर पर गुहार लगाई थी। तब मुख्यमंत्री ने लद्दाख संघ के स्थानीय प्रशासन से मदद का आग्रह किया। सीएम के अनुरोध के बाद बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन की ओर से इन मजदूरों को नियमित भोजन दिया गया । इस बीच केंद्र सरकार की ओर से देश में घरेलू विमान सेवा शुरू हुई। इसके बाद सीएम व्यक्तिगत रूप से श्रमिकों की वापसी में जुटे। लद्दाख प्रशासन और बीआरओ की मदद से 28 मई की दोपहर सभी श्रमिकों की जांच के बाद छह घंटे की बस यात्रा से लेह के यात्री शिविर पहुंचाए गए। यहां से सभी को विमान से पहले दिल्ली फिर रांची पहुंचाया गया।
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