धनबाद में कैंसर पीड़ित सेवानिवृत्त रेलकर्मी समेत 37 ने जीती कोरोना से जंग
मुंबई से लौटे हिल कॉलीनी निवासी कैंसर पीड़ित सेवानिवृत्त रेलकर्मी ने कोरोना को मात दे दी है। धनबाद कोविड-19 हॉस्पिटल से कोरोना संक्रमण मुक्त होकर डिस्चार्ज होनेवाले सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी धनबाद के...
मुंबई से लौटे हिल कॉलीनी निवासी कैंसर पीड़ित सेवानिवृत्त रेलकर्मी ने कोरोना को मात दे दी है। धनबाद कोविड-19 हॉस्पिटल से कोरोना संक्रमण मुक्त होकर डिस्चार्ज होनेवाले सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी धनबाद के दूसरे कैंसर पीड़ित हैं, जिन्होंने कोरोना को हराया है। इसके पूर्व मुंबई से कैंसर का इलाज कराकर लौटी जामाडोबा की महिला और उनका बेटा भी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। सेवानिवृत्त रेलकर्मी, उनके पुत्र, एक महिला समेत कुल 37 लोग संक्रमण मुक्त होकर शुक्रवार को हरा कर डिस्चार्ज हुए हैं। दोबारा जांच के लिए बुधवार को इन सभी का सैंपल लिया गया था। गुरुवार को इसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। हॉस्पिटल के अधिकारियों, कर्मचारियों और डॉक्टरों ने ताली बजाकर और उपहार देकर सभी को विदा किया। सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास ने सभी को 14 दिनों तक क्वारंटाइन को कहा। डॉ आलोक विश्वकर्मा और डॉ एसएम जफरूल्ला ने उन्हें नियमित दवा और पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी।
घबराएं नहीं, हिम्मत और धैर्य से करें सामना : कोरोना मुक्त हुए कैंसर पीड़ित ने कहा है कि कोरोना से डरें नहीं, हिम्मत और धैर्य से सामना करें। जब ये मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाया, तो आपका भी कोई नुकसान नहीं कर पाएगा। कोरोना के साथ बिताए पांच दिन के अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 हॉस्पिटल में डॉक्टर के निर्देशों का पालन किया और नियमित दवाएं लीं। इससे संक्रमण से मुक्त हो गया। उन्होंने कहा है कि शरीर में उन्हें इसके कारण कभी कोई परेशानी नहीं हुई। बस अपने बेटे की चिंता थी, जो मेरे इलाज के कारण इसकी चपेट में आ गया था। उन्होंने कहा कि जो लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं, वे धैर्य के साथ डॉक्टरों की बात मानें और सरकार के निर्देशों का पालन करें। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कोरोना से मजबूत है। वह उसे नष्ट कर देगा। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई में कैंसर का इलाज कराकर वृद्ध अपने रेलकर्मी बेटे के साथ 19 मई को धनबाद पहुंचे थे। 23 मई को सदर अस्पताल में दोनों का सैंपल लेकर रेलवे में दोनों क्वारंटाइन कर दिया गया था। 9 दिन बाद 31 मई को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद से दोनों कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती थे।
हीरापुर के पिता-पुत्र भी संक्रमण मुक्त : छत्तीसगढ़ से लौटे हीरापुर के पिता-पुत्र भी संक्रमण मुक्त हो गए हैं। 31 मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों को कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। उसी दिन दोबारा जांच के लिए दोनों का स्वाब लिया गया था। तीन मई को बेटे की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसे उसी दिन डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया था। पिता की रिपोर्ट गुरुवार की रात निगेटिव आई। इसके बाद शुक्रवार को उन्हें भी डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया।