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महिलाएं लिख रहीं स्वावलंबन की इबारत, बच्चों को पहना रही है ड्रेस

डेएनयूएलएम कार्यालय में महिला स्‍वयं सहायता समूह से जुडी महिलाएं स्वावलंबन की नई इबारत लिख रही हैं। ये महिलाएं सिलाई और कढ़ाई में खुद को दक्ष बनाते हुए आर्थिक उपार्जन का जरिया ढूंढ लिया है। शहरी...

Newswrap हिन्दुस्तान, सिमडेगाFri, 20 Dec 2019 12:11 AM
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डेएनयूएलएम कार्यालय में महिला स्‍वयं सहायता समूह से जुडी महिलाएं स्वावलंबन की नई इबारत लिख रही हैं। ये महिलाएं सिलाई और कढ़ाई में खुद को दक्ष बनाते हुए आर्थिक उपार्जन का जरिया ढूंढ लिया है। शहरी क्षेत्र की महिलाओं को अपने क्षेत्र में ही नित रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं एक कदम आगे बढ़ाते हुए जिले के पांच प्रखंडों में स्थित स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ड्रेस सिलाई कर रही है। ये महिलाएं समूह की महिलाएं बच्चों का नाप लेकर फिट ड्रेस सिल रही है। जिससे अब स्कूल के बच्चे भी फिट ड्रेस पहनकर सलीके से स्कूल जा सकेंगे। अब उनको रेडिमेड और बड़े साइज का ड्रेस नहीं पहनना पड़ेगा। मिशन प्रबंधक राहिल डुंगडुंग ने बताया कि इसके लिए शहरी क्षेत्र के कई दर्जन महिलाओं के समूहों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। दर्जनों महिलाओं को रोजगार से जुड़ने का मिल रहा है मौकाडेएनयूएलएम कार्यालय से स्‍कूली ड्रेस सिलाई किए जाने से शहरी क्षेत्र के सैकड़ों महिलाओं को अपने शहर में ही आसानी से रोजगार उपलब्‍ध हो रहा है। जिससे महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं। मिशन प्रबंधक राहिल डुंगडुंग ने बताया कि जिले के पांच प्रखंडो में सिमडेगा, बोलबा, पाकरटांड, कुरडेग और केरसई के स्‍कूलो में प्रावि एवं मवि के छात्रो को पोशाक वितरण किया जाएगा। इसके लिए डेएनयुएलएम के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है।

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