कोलेबिरा से कांग्रेस व झापा को 6-6, सिमडेगा से कांग्रेस को 4 व भाजपा को 6 बार मिली है जीत
सिमडेगा जिले में 2024 के विधानसभा चुनाव की मतगणना शनिवार को सिमडेगा कॉलेज में होगी। पिछले चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि सिमडेगा और कोलेबिरा सीटों पर विभिन्न पार्टियों ने जीत हासिल की है। दोनों सीटों...
सिमडेगा जिले के सिमडेगा एवं कोलेबिरा विधानसभा चुनाव 2024 की मतगणना शनिवार को सिमडेगा कॉलेज स्थित मतगणना केंद्र में होगी। जिसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। मतगणना की तिथि नजदीक आते ही प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई है। ज्ञात हो कि अविभाजित बिहार से लेकर अब तक सिमडेगा विस में 17 व कोलेबिरा विस में कुल 18 चुनाव-उपचुनाव हुए हैं। जिनमे विधानसभा चुनाव 2024 भी शामिल है। आजादी के बाद जिले में पहली बार 1952 मे विधानसभा चुनाव हुए थे। अगर कोलेबिरा विधानसभा की बात करें तो वर्ष 2019 से पूर्व तक यहां कुल 17 बार चुनाव हुए हैं। जिनमे एक उपचुनाव भी शामिल है। इस सीट में अब तक झारखंड पार्टी को 6 बार और कांग्रेस पार्टी को भी उपचुनाव मिलाकर अब तक कुल 6 बार जीत मिली है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी को 4 बार और झामुमो को 1 बार जीत मिली है। इस सीट से अब तक भाजपा को निराश ही हाथ लगी है। सिमडेगा विधानसभा में 2019 तक हुए कुल 16 चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 4 बार, भाजपा (अविजित बिहार के समय जनसंघ पार्टी) को कुल 6 बार जीत मिली। वहीं जनता पार्टी को 1 बार, झारखंड पार्टी को 2 बार और झामुमो को 1 बार जीत मिली है। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी को 2 बार जीत मिली है।
अल्फ्रेड उरांव सिमडेगा के और एसके बागे कोलेबिरा विस के थे पहले विधायक
जिले के दोनों ही सीट में 1952 को पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे। इस चुनाव में जिले के दोनों ही सीट पर झारखंड पार्टी को जीत मिली थी। इस चुनाव में सिमडेगा विस से झारखंड पार्टी के अल्फ्रेड उरांव और कोलेबिरा विस से झारखंड पार्टी के ही एसके बागे को जीत मिली थी। इसके बाद अविजित बिहार के समय सन 1957 में दूसरी बार विस चुनाव हुए। इस चुनाव में कोलेबिरा में झापा के सुशील बागे को और सिमडेगा से झापा के मार्शल कुल्लु को जीत मिली। वहीं 1962 में कोलेबिरा से निर्दलीय प्रत्याशी सुशील बागे को और सिमडेगा से निर्दलीय प्रत्याशी साइमन तिग्गा को, 1967 में सिमडेगा से निर्दलीय प्रत्याशी फ़िल्मोन टोप्पो को और कोलेबिरा विस से निर्दलीय प्रत्याशी एनइ होरो को, 1969 में कोलेबिरा में निर्दलीय प्रत्याशी एसके बागे को, सिमडेगा में जनसंघ के गजाधर गोंड़ को जीत मिली। 1972 ने कोलेबिरा में कांग्रेस के एसके बागे और सिमडेगा में कांग्रेस के साइमन तिग्गा को जीत दर्ज हुई। 1977 में हुए सातवें चुनाव में कोलेबिरा में झापा के वीर सिंह मुंडा को, सिमडेगा से जनता पार्टी के निर्मल कुमार बेसरा को,1980 में कोलेबिरा में कांग्रेस के एसके बागे को, सिमडेगा में भाजपा के निर्मल कुमार बेसरा को,1985 में कोलेबिरा में निर्दलीय प्रत्याशी वीर सिंह मुंडा को, सिमडेगा में भाजपा के निर्मल कुमार बेसरा को, 1990 में हुए चुनाव में कोलेबिरा में कांग्रेस के थियोडोर कीड़ो को, सिमडेगा में भाजपा के निर्मल कुमार बेसरा को, 1995 में कोलेबिरा में झामुमो के बसंत कुमार लोंगा को और सिमडेगा में झामुमो के नियेल तिर्की को जीत मिली।
झारखंड गठन के बाद थियोडोर कीड़ो कोलेबिरा के तो, नियेल तिर्की थे सिमडेगा के पहले विधायक
झारखंड गठन के बाद कोलेबिरा विधानसभा में कुल छह बार चुनाव व उपचुनाव हुए हैं। झारखंड गठन के बाद 2000 में कोलेबिरा में पहली बार हुए चुनाव में कांग्रेस के थियोदर कीड़ो को, 2005 में झारखंड पार्टी के एनोस एक्का को, 2009 में झापा के एनोस एक्का और 2014 में भी झापा के एनोस एक्का को जीत मिली। वहीं वर्ष 2018 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के नमन विक्सल कोंगाड़ी को और 2019 में हुए चुनाव में कांग्रेस के नमन विक्सल कोंगाडी को जीत मिली। वहीं सिमडेगा विस में 2000 में हुए चुनाव में कांग्रेस के निएल तिर्की ने जीत दर्ज की थी। वर्ष 2005 में कांग्रेस से निएल तिर्की, 2009 में भाजपा के बिमला प्रधान, 2014 में भाजपा के बिमला प्रधान और 2019 में कांग्रेस के भुषण बाड़ा को जीत मिली।
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