...का करबे बाबू लॉकडाउन में कोनो काम ही नी भेटा थे
कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन के कारण अधिकतर काम धंधे बंद है। जिसके कारण लोग बेरोजगार हो गए हैं। कोरोना...
सिमडेगा हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन के कारण अधिकतर काम धंधे बंद है। जिसके कारण लोग बेरोजगार हो गए हैं। कोरोना लॉकडाउन को लेकर गांव में रहने वाले लोग भी बेरोजगार हो गए हैं। घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है। दिनभर घरों में कैद रहना ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। काम नहीं रहने से उनका मन नहीं लग रहा है। रविवार को काम नहीं मिलने के कारण बीरु के ग्रामीण कच्चा आम को तोड़कर छिलते हुए नजर आए। उनसे पूछे जाने पर ग्रामीणों ने स्थानीय भाषा में कहा कि का करबे बाबू, कोरोना लॉकडाउन में कोनो काम ही ने मिलथे। अंबा के तोईड़ के छिलेक लाइगही। ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग आम को छिलछिलकर सुखा के रख रहे हैं। जब बाजार खुलेगी तब सुखा हुआ आम को बाजार में ले जाकर बेचेंगे।
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