जिले में घटी है कोरोना संक्रमण दर, मरीजो के लिए अस्पतालो में बेड एवं अन्य सुविधा है उपलब्ध
पिछले तीन चार दिनो से जिले में कोरोना संक्रमण की दर में कमी देखी जा रही है। अस्पतालो में भी पहले की तरह मारामारी नहीं है। कोविड सेंटर भी खाली है।...
सिमडेगा जिला प्रतिनिधि
पिछले तीन चार दिनो से जिले में कोरोना संक्रमण की दर में कमी देखी जा रही है। अस्पतालो में भी पहले की तरह मारामारी नहीं है। कोविड सेंटर भी खाली है। अधिकतर संक्रमित लोग घर में रहकर ही अपना इलाज करा रहे है। जिले में गुरुवार तक कोरोना संक्रमित मरीजो की कुल संख्या 6210 थी एवं एक्टिव केस की संख्या 1018 थी। एक्टिव केस में किसी भी मरीज के गंभीर होने की जानकारी नही है। बताया गया कि वर्तमान मे सदर अस्पताल में 28, बीरु एसएमसी में 22, ठेठईटांगर में सात और कोलेबिरा सीएचसी में दस मरीज का इलाज चल रहा है। एक मई के आंकडो पर नजर डालने से वर्तमान स्थिति काफी सुखद नजर आ रही है। एक मई को जिले में कोरोना का लहर पीक में था। अस्पतालो में अभी के तरह सुविधा उपलब्ध नहीं थी। प्रतिदिन एक सौ से ज्यादा मरीज कोरोना संक्रमित पाए जा रहे थे। शुक्रवार को हिंदुस्तान टीम के द्वारा सदर अस्पताल, कोलेबिरा, ठेठईटांगर, एसएमसी बीरु में मरीजो की पडताल की गई।
सभी कोविड वार्डो में बेड और ऑक्सीजन की है समुचित व्यवस्था
सदर अस्पताल में शुक्रवार को 22 कोविड मरीजो का इलाज चल रहा था। सदर अस्पताल में 27 बेड का डेडिकेटेड कोविड वार्ड में 22 मरीज भर्ती थे। सदर अस्पताल में कोविड मरीजो के लिए कई बेड खाली थे। यहां ऑक्सीजन की भी समुचित व्यवस्था पायी गई। कोलेबिरा सीएचसी में 30 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। यहां दस मरीज का इलाज होने की जानकारी दी गई। ठेठईटांगर रेफरल अस्पताल में 40 बेड के कोविड केयर सेंटर में सात मरीजो का इलाज चल रहा था। बीरु स्थित एसएमसी अस्पताल में 50 बेड के कोविड वार्ड में 28 मरीज इलाजरत थे।
क्या कहते है सीएस
सीएस डा पीके सिन्हा ने बताया कि जिले में कोविड मरीजो के लिए लगभग छह सौ बेड बनाए गए है। जिसमें ऑकसीजन स्पोटेड बेड आईसीयू वार्ड भी शामिल है। उनहोने बताया कि मरीजो के लिए जरुरी दवा, इंजेक्शन आदि की कोई कमी नहीं है। सीएस ने कहा कि वर्तमान में 400 से ज्यादा बेड खाली है। हांलकि सीएस ने चिकित्सको की कमी की बात भी कही।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।