कला को हम सीमाओं में नहीं बांध सकते : सुखराम
खरसावां। राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र सरायकेला के खरसावां शाखा में आयोजित एक सादे...
खरसावां। राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र सरायकेला के खरसावां शाखा में आयोजित एक सादे समारोह को संबोधित करते हुए चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि छऊ संपूर्ण कोल्हान की संस्कृति है। इस कला को हम सीमाओं में नहीं बांध सकते। उन्होंने कहा कि अविभाजित सिंहभूम के पोटका, आदित्यपुर, गम्हरिया चांडिल, नीमडीह, ईचागढ़, सरायकेला, खरसावां, कुचाई, चक्रधरपुर, नोवामुंडी, बंदगांव, सोनुआ सहित दर्जनों प्रखंडों में इस कला के हजारों कलाकार हैं, जो इसकी विभिन्न शैलियों का प्रदर्शन करते हैं।
उन्होंने खरसावां छऊ नृत्य कला केंद्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस केंद्र ने अल्प समय में ही खरसावां शैली छऊ को एक नई पहचान दी है। इस कला केन्द के 20 छऊ कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए 20 ब्लेजर दिया। साथ ही अपनी कला के माध्यम से देश-विदेशों में पहचान दिलानें की शुभकामना दी। इस कार्यक्रम में केंद्र के संचालक मोहम्मद दिलदार, राम गोपाल जेना, सह संचालक बसंत कुमार गंतायत, कार्डिनेटर मो0 रमजान, कार्डिनेटर सुमंत चंद्र मोहंती, कमल कृष्ण साहू, कमल महतो, नित्या शंकर नंद, धिरतु लोहार, सूरज हेंब्रम, ज्योति कुमारी, भूमि केसरी, बंचिका मोदक, मीना दिग्गी, दयाल लेट, सुलोचना मोहंती, लक्ष्मण बानसिंह, अनुप रविदास, होनो लोहार, सहित अन्य कलाकार उपस्थित थे।
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