श्रीमद भागवत कथा में धुंधकारी की कथा सुन भक्त हुए भावुक
साहिबगंज के अयोध्या धाम में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का तीसरा दिन मनाया गया। कथा वाचक पं. संजय कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा जीवन के उद्देश्य को दर्शाती है। धुंधकारी के प्रेत योनि से मुक्ति...
साहिबगंज। शहर के भरतिया रोड स्थित अयोध्या धाम में जारी श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में तीसरे दिन शुक्रवार को धुंधकारी महाराज की कथा सुनाई गयी। कथा वाचक पं. संजय कृष्ण शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है। इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। कथा वाचक ने कलयुग में भागवत भागवान की महिमा व संकीर्तन के महत्व का उल्लेख किया। इसके उपरांत भागवत भक्त गोकर्ण व उसके भाई अधर्मी धुंधकारी के प्रसंग पर व्याख्यान दिया। धुंधकारी के गलत कार्यो में संलिप्त होने के कारण उसकी हत्या हो गई और अकाल मृत्यु होने के कारण वह प्रेत योनि में चला गया। भाई गोकर्ण ने प्रेत योनि से मुक्ति दिलाने के लिए सूर्य भगवान के बताए सूत्र पर श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया और भाई धुंधकारी को कथा सुनाई, उसके श्रवण से धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिली। इससे स्पष्ट होता है कि कर्म, धर्म मनुष्य को संयमित और वेद रीति नीति से करना चाहिए। मौके पर आयोजक भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री बजरंगी प्रसाद यादव व कथा वाचक ने साहित्यकार व कुलाधिपति डॉ. रामजन्म मिश्र व डॉ. सच्चिदानंद मिश्र का स्वागत अंगवस्त्र देकर किया।
फोटो 11, कथावाचन करते पं. संजय कृष्ण शास्त्री।
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