डीएसपीएमयू में शुरू हुआ फिलॉसोफिया क्लब
रांची में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग में विश्व दार्शनिक दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि डॉ तदाशा मिश्रा ने दर्शनशास्त्र की प्रासंगिकता पर बात की। कार्यक्रम...
रांची, विशेष संवाददाता। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) के स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग में विश्व दार्शनिक दिवस सोमवार को मनाया गया। विषय था- वर्तमान परिदृश्य में दर्शनशास्त्र की प्रासंगिकता। मुख्य अतिथि एडीजी रेलवे, झारखंड डॉ तदाशा मिश्रा थीं। अध्यक्षता कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने की। कार्यक्रम में विभाग के स्टूडेंट क्लब- फिलॉसोफिया का उद्घाटन किया गया, जिसका मुख्य आकर्षण फिलॉस्फर रहा। इसमें विद्यार्थियों ने प्रसिद्ध ग्रीक दार्शनिकों- सुकरात, प्लेटो, अरस्तू, पायथागोरस के साथ भारतीय दार्शनिकों- शंकराचार्य, याज्ञवल्क्य, कणाद की वेशभूषा में मंच पर उनकी दार्शनिक उक्तिओं पर आधारित अभिनय प्रस्तुत किया। इस मौलिक प्रस्तुति ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ तदाशा मिश्रा जो दर्शनशास्त्र विषय की विद्यार्थी रही हैं, ने दर्शन की महत्ता व उपयोगिता बात की। विशिष्ट अतिथि रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ एचपी नारायण, आरयू की पूर्व डीन व दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्ष रहीं डॉ सरस्वती मिश्रा, इलाहाबाद विवि के सेवानिवृत्त प्राध्यापक प्रो देवाशीष गुहा, डीएसपीएमयू के दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ आभा झा ने भी विषय पर विस्तृत चर्चा की। कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि भारतीय दर्शन का मकसद जिंदगी की समस्याएं सुलझाना भी है।
मौके पर डॉ आभा झा की पुस्तक- नवमानववाद: एक समग्र अध्ययन का भी विमोचन किया गया। साथ ही, विभाग की ओर से मैंने दर्शनशास्त्र क्यों चुना, विषय पर आधारित निबंध प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों- वत्सल कुमार, निखिल सिंह, गौरव झा व अंजली राय, वंदना, शिवम नारायण, रेणु कुमारी व सिद्धि राजपूत को पुरस्कृत किया गया। संचालन मानस कुमार, वत्सल कुमार और डॉ पानो कुमारी ने किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।