रांची से सटे पिठोरिया घाटी में बस पलटी, दो की मौत 24 से अधिक घायल
रांची-पतरातू मार्ग पर कोयनार बेड़ा मोड़ के पास बुधवार को साहिल बस (जेएच 01एटी-6754) अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन यात्री घायल हो गए। बस में सवार रामगढ़ जिले के सौंदा...
रांची-पतरातू मार्ग पर कोयनार बेड़ा मोड़ के पास बुधवार को साहिल बस (जेएच 01एटी-6754) अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन यात्री घायल हो गए। बस में सवार रामगढ़ जिले के सौंदा निवासी महेंद्र भुइयां ने बताया कि पैशन प्रो मोटरसाइकिल (जेएच 01एक्यू-0922) पर सवार दो लोगों को बस ने अपनी चपेट में ले लिया। जिससे बाइक चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरे यात्री को गंभीर हालत में इलाज के लिए रम्सि भेजा गया। इस घटना के बाद बस चालक घबराकर बस लेकर भागने लगा। इसी दौरान सबसे पहले खलासी गाड़ी से कूदकर भाग गया। बस के यात्री तेज गति से वाहन चलाने लगे। इसी बीच चालक बस धीमी कर कूदकर भाग गया। इसके बाद बस कुछ दूर जाकर पलट गई। बस पलटने से दो यात्रियों का हाथ कटकर निकल गया। घायल यात्रियों की चीख-पुकार से कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायल यात्रियों को एंबुलेंस बुलाकर रम्सि भिजवाया और स्थानीय पुलिस को सूचना दी। घटना के बाद चारों तरफ यात्रियों के सामान कपड़े, पानी बोतल, साइकिल, बैग आदि सामान इधर-उधर बिखरे पड़े थे।
ग्रामीणों ने बताया कि बस का चालक ढलान होने के बाद भी तेज गति वाहन चला रहा था। यदि वह चाहता तो बस धीमी कर रोक सकता था। बस के अंदर 60 से अधिक यात्री बैठे थे। वहीं बस की छत पर कई यात्री बैठे थे। ग्रामीणों ने कहा कि बस पहले ही जर्जर अवस्था में थी। फिर भी यात्रियों की जान जोखिम में डालकर चलाई जा रही थी। घटना की सूचना मिलने पर पिठोरिया थाना प्रभारी लालजी, कांके थाना प्रभारी राजीव रंजन, डीएसपी अमित कच्छप पहुंचे और घायल यात्रियों को रम्सि भिजवाने में लगे रहे। वहीं गाड़ी सड़क से हटवाकर आवागमन बहाल किया।
घायल यात्रियों के नाम
मोटरसाइकिल सवार का नाम आदत्यि प्रसाद पिता दीपक कुमार श्रीवास्तव थड़पकना रांची, घायल-विनोद कुमार, चंदन साहू, विजय कुमार, वीणा देवी, कलावती देवी, संदीप पंडित, संतोष लोहरा, रामदयाल गोप और मंडल राम ये सभी रांची से भुरकुंडा जा रहे थे। इसके अतिरक्ति अंजलि कुमारी, अनीषा कुमारी, सुशांति कुमारी, संध्या कुमारी, आशा कुमारी सभी उत्क्रमित उच्च वद्यिालय पिठोरिया की छात्रा और राढ़हा गांव की रहनेवाली हैं।
ग्रामीणों का भूमिका सराहनीय
घटनास्थल पर मौजूद सभी ग्रामीण घायलों की हरसंभव मदद के लिए तत्पर रहे। कोई अपने घर से लाकर पानी पिला रहा था, तो कोई घायलों के परिजनों को मोबाइल पर सूचना दे रहे थे। घाटी में अक्सर कुछ ना कुछ घटना घटती रहती है। आज की घटना के बाद सबसे पहले राड़हा के युवकों ने ही मोर्चा संभाला था।
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