टांगरबसली के स्टेशन मास्टर और हटिया में गार्ड की मौत
कोरोना संक्रमण से अब तक मंडल में 12 रेल कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। डीआरएम नीरज अम्बष्ट भी कोरोना संक्रमित हैं और निजी अस्पताल में भर्ती...
रांची। संवाददाता
रांची रेलमंडल में कोरोना विस्फोट हो चुका है। पर रेलवे प्रशासन अब तक अपने कर्मचारियों की सुरक्षा व चिकित्सा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा सका है। कोरोना संक्रमण से अब तक मंडल में 12 रेल कर्मचारियों की मौत हो चुकी है।
डीआरएम नीरज अम्बष्ट भी कोरोना संक्रमित हैं और निजी अस्पताल में भर्ती हैं। अब तक मंडल में 350 से ज्यादा रेलकर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। रविवार को टांगरबसली स्टेशन मास्टर सुभाष मिंज और हटिया में तैनात गार्ड वाइडी किंडों की मौत कोरोना के कारण हो गई। रांची रेलमंडल के हटिया यार्ड में 30 आइसोलेशन कोच पिछले साल से तैयार है। हालांकि, अब तक न तो उसका उपयोग हो पाया है और न ही रेलवे अस्पताल में कोविड वार्ड बनाया गया है। सिर्फ निजी अस्पतालों के भरोसे कर्मचारियों का इलाज हो रहा है। जबकि एमओयू के तहत रेलकर्मचारियों का इलाज करने वाले अस्पतालों ने रेलकर्मचारियों को भर्ती लेने से इनकार कर दिया है, क्योंकि रेलमंडल ने इन अस्पतालों का बकाया भुगतान नहीं किया है। पैसेंजर ट्रेनों को बनाए गए आईसोलेशन कोच राज्य सरकार के निर्देश का इंतजार कर रही है। तब ही इसका उपयोग संभव हो पाएगा।
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