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आरयू: 12 कॉलेज व तीन स्नातकोत्तर विभाग के 193 अनुबंध शिक्षकों को मिला मानदेय

रांची विश्वविद्यालय के अनुबंध सहायक प्राध्यपकों का मानदेय को लेकर इंतजार सोमवार को खत्म हुआ। विश्वविद्यालय की ओर से 12 अंगीभूत कॉलेजों व तीन स्नातकोत्तर विभागों- (भूगोल, हिन्दी, मनोविज्ञान), के 193...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीTue, 21 April 2020 02:43 AM
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रांची विश्वविद्यालय के अनुबंध सहायक प्राध्यपकों का मानदेय को लेकर इंतजार सोमवार को खत्म हुआ। विश्वविद्यालय की ओर से 12 अंगीभूत कॉलेजों व तीन स्नातकोत्तर विभागों- (भूगोल, हिन्दी, मनोविज्ञान), के 193 शिक्षकों के लिए एक करोड़ 90 लाख का भुगतान किया गया। इन सभी शिक्षको को जून से दिसंबर 2019 तक के लिए प्रति कक्षा 600 रुपए मानदेय के हिसाब से भुगतान किया गया है। शेष दो अंगीभूत कॉलेज- डोरंडा कॉलेज और पीपीके कॉलेज बुंडू के अलावा 19 स्नातकोत्तर विभागों के अनुबंध शिक्षकों के मानदेय का भुगतान होना बाकी है।

मानदेय भुगतान के लिए सरकार की ओर से 30 मार्च को राशि आ गई थी। अब अनुबंध शिक्षकों का जनवरी से मार्च तक मानदेय भुगतान बाकी है। वीमेंस कॉलेज से 33 शिक्षकों का जनवरी और फरवरी का बिल विश्वविद्यालय को मिल चुका है। वीमेंस कॉलेज के जनवरी का बिल- 4 लाख 9800 है व फरवरी का बिल- 8 लाख 62000 रुपए का है। डोरंडा कॉलेज का भी बिल विश्वविद्यालय को सोमवार को मिल गया था। इनका भुगतान हफ्तेभर में कर दिया जाएगा। वहीं, पीजी विभागों से बिल नहीं मिलने के कारण उनका भुगतान नहीं हो सका।

आरयू ने सरकार से दिशानिर्देश मांगा

रांची विश्वविद्यालय ने लॉकडाउन के दौरान अनुबंध शिक्षकों के मानदेय भुगतान को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखकर दिशानिर्देश मांगा है। अनुबंध शिक्षकों का मानदेय घंटी आधारित है, ऐसे में लॉकडाउन के दौरान जब कक्षाएं स्थगित थीं, तो उनका भुगतान का प्रकार हो, इस पर सलाह मांगी गई है। रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार से जो भी दिशानिर्देश मिलेगा, उसी आधार पर मार्च का मानदेय भुगतान किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन इस विकल्प भी विचार कर रहा है कि अनुबंध शिक्षकों को लॉकडाउन के पूर्व में जितना भुगतान किया गया, उसका 80 प्रतिशत मार्च माह के मानदेय के रूप में दिया जाए। इसमें राशि घटती-बढ़ती है, तो उसे बाद में समायोजित कर लिया जाएगा। लेकिन इस पर निर्णय राज्य सरकार से दिशानिर्देश मिलने के बाद ही लिया जाएगा।

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