बोले रांची: खराब सड़क, गंदगी ने छीन ली बाजार की रौनक
लालजी-हीरजी रोड क्षेत्र में 250 से अधिक व्यवसायी अपना कारोबार करते हैं। उनके अनुसार यहां से प्रतिदिन करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। रांची नगर निगम
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रांची, संवाददाता। लालजी-हीरजी रोड क्षेत्र में 250 से अधिक व्यवसायी अपना कारोबार करते हैं। उनके अनुसार यहां से प्रतिदिन करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। रांची नगर निगम को सबसे अधिक टैक्स भी यहीं से जाता है। इसके बावजूद इलाके में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। वर्षों से मरम्मत के अभाव में सड़क की स्थिति जर्जर है। स्ट्रीट लाइट की बस बात कही जा सकती है, रोशनी मिलती ही नहीं। वहीं, वाहन पार्किंग और साफ-सफाई को लेकर नगर निगम कभी गंभीर नहीं रहा। व्यवसायी कहते हैं कि यहां अव्यवस्था साफ दिखती है। लालजी-हीरजी रोड का राजधानी में अलग महत्व है। सुजाता चौक, मेन रोड और अपर बाजार से इसका सीधा जुड़ाव है। व्यवसाय, स्वास्थ्य और शिक्षा के बड़े संस्थान इसके संपर्क पथ में हैं। एक बड़ा बाजार है, जहां से रोजाना करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। अच्छा खास टैक्स रांची नगर निगम को जाता है। लेकिन, सरंचना में बुनियादी सुविधाओं की कमी और लचर व्यवस्था लोगों की परेशानी बढ़ा देती है। राजधानी और नगर निगम क्षेत्र का प्रमुख भाग यह नहीं लगता।
मरम्मत के अभाव में सड़क लगातार जर्जर हो रही है। आम पैदल चलने वालों के साथ दोपहिया वाहन ही नहीं बल्कि चौपहिया वाहनों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। टूटी और गड्ढ़ों वाली सड़क पर गिरने से लोग चोटिल हो रहे हैं। लोग नगर निगम और प्रशासन को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन किसी ओर से कार्रवाई नहीं हो रही है, जिम्मेदार अधिकारी मौके पर निरीक्षण की जहमत भी नहीं उठा रहे हैं। लालजी-हीरज रोड में सैकड़ों दुकानें, कार्यालय, स्कूल, कॉलेज से लेकर अस्पताल तक हैं। छात्र-छात्राएं से लेकर व्यवसाय करने वाले वर्ग के लोग और बड़े-बुजुर्ग मरीजों का आना-जाना लगा रहता है। अव्यवस्था के आलम में सभी रोजाना परेशानियों से दो-चार होते रहते हैं।
सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं
पूरे मार्केट में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं दिखती। यहां के कारोबारियों का कहना है कि आए दिन इलाके में चोरी और छिनतई जैसी घटनाएं होती रहती हैं। लेकिन, प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की कोई सुविधा इस क्षेत्र में बहाल नहीं की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए जवान तो दूर इस रोड पर कभी भी कोई पीसीआर वैन नहीं दिखती। ऐसे में वारदात को अंजाम देने वालों में कोई खौफ नहीं रहता।
बैंक की अभी अच्छी सख्या
इस पूरे मार्केट में सात से आठ बैंक भी हैं। कई बड़े-बड़े करोबारी भी मौजूद हैं। लेकिन पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर अनदेखी से करोबारियों के मन में हर वक्त डर सा लगा रहता है। इस इलाके से आने-जाने वाले लोगों के मन में भी डर बना रहता है। स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण शाम होते ही पूरे क्षेत्र में अंधेरा सा पसर जाता है। सभी जगह की स्ट्रीट लाइट खराब हो चुकी हंै,इसे देखने और ठीक करने वाला भी कोई नहीं है।
शाम होते ही असामाजिक तत्वों का लगने लगता है जमावड़ा
शाम होते ही पूरे इलाके में अंधेरा सा पसर जाता है और इसके साथ ही असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। व्यापारियों ने कहा कि इसके कारण कई बार हमें जल्द दुकानें भी बंद करनी पड़ती है। कई लोग दुकान के सामने बैठकर शराब तक पीने लग जाते हैं। वहीं, बंद पड़े दुकानों के पास बैठकर जुआ भी खेलना शुरू कर देते हैं। इस कारण सभी दुकानदार जल्द ही अपनी दुकानें बंद कर चले जाते हैं। व्यापारियों ने कहा कि इसका असर उनके व्यपार पर भी पड़ता है। बताया कि लालजी-हीरजी रोड से जुड़ते संपर्क पथ और गलियों में लोग अड्डा बना देते हैं। इससे असहज का वातावरण बनता है। कहा, जिला स्कूल के पीछे की दीवार टूट गई है। वहां भी बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं। इन अड्डेबाजी पर पुलिस-प्रशासन को कार्रवाई करने की जरूरत है, ताकि इलाके में शांति व्यवस्था बनी रहे और आम लोगों के साथ व्यापारियों के मन में भी कोई डर का भाव न रहे।
हुजूर! एंबुलेंस के लिए तो सड़कें दुरुस्त कर दीजिए
सर्जना चौक से लालजी-हीरजी रोड शहर का सबसे प्रमुख और व्यस्त मार्ग है। इससे अपर बाजार, कचहरी, मेन रोड, जेवियर्स कॉलेज, सदर अस्पताल और सेवा सदन के संपर्क पथ जुड़ते हैं। बड़ी संख्या में लोग इससे होकर गुजरते हैं। रोजना 50 से 60 एंबुलेंस का आना जाना लगा रहता है। लेकिन, सड़क की स्थिति खस्ताहाल है। विभाग की लापरवाही कहें या फिर उदासीनता लोग वाहन पर हिचकोले खाते हुए गुजरते हैं। एक किलोमीटर के दायरे में हजारों गड्ढे हैं। इधर, दिन-प्रतिदिन रोड की स्थिति खराब होती जा रही है। लोगों को वाहन चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
आए दिन बाइक सवार के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलती रहती है। वहीं, बरसात के दिनों में समस्या और बढ़ जाती है। पानी के कारण महसूस नहीं होता है कि सड़क में गड्ढे हैं या फिर गड्ढों में सड़क बनी है। जहां वाहन एक गड्ढे से बचाने के प्रयास में दूसरे गड्ढे में चले जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। लोगों ने कहा कि कई मांग और ध्यान दिलाने के बावजूद लोक निर्माण विभाग और जनप्रतिनिधि द्वारा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए प्रयास नहीं हो रहा है।
वाहन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं
लालजी-हीरजी रोड में पार्किंग के लिए जगह की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर चले जाते हैं। इससे अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। वहीं, पैदल चलने वाले लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह कई बार विवाद का कारण भी बन जाता है।
खंभों पर रहमो-करम से टिमटिमा रहे बल्ब
लालजी-हीरजी रोड में लोग बिजली और रोशनी की समस्या से दो-चार होते रहते हैं। कई खंभों पर लाइट और एलईडी बल्ब खोजने से नहीं मिलेंगे। वहीं, जहां हैं वहां नगर निगम और विद्युत विभाग की रहमो-करम पर टिमटिमा रहें हैं। कई खराब पड़े हैं। लोगों ने कहा कि शायद ही कभी इसकी जांच-पड़ताल होती है। कोई देखने आए तब तो परेशानी पता चले।
सड़क पर ई-रिक्शा वालों का जमावड़ा
लालजी-हीरजी रोड मार्केट के एक किलोमीटर के दायरे में ई-रिक्शा वालों ने अपना स्टैंड बना लिया है। एक तो पहले से पूरे मार्केट में कहीं भी पार्किंग की सुविधा नहीं है, उस पर सड़क पर ई-रिक्शा के ठहराव से लोगों को अलग परेशानी का सामना करना पड़ता है। भीड़ बढ़ने पर गलियों तक जाम की समस्या बन जाती है।
फैले कचरे से चलना मुश्किल
लालजी-हीरजी रोड क्षेत्र के बाजार से लाखों का कारोबार होता है। सरकार को अच्छा-खासा टैक्स जाता है। हालांकि, यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। साफ-सफाई नहीं होने से सड़क किनारे कचरे का अंबार लगा रहता है। कई बार इसका फैलाव सड़क तक हो जाता है। लालजी-हीरजी से जो सड़क शास्त्री मार्केट से जुड़ती है, वहां भी कचरे का आलम दिखता है। लोगों का रास्ते पर चलना तक मुश्किल हो जाता है। कचरा और नालियों के भरेहोने के कारण परेशानी अलग बढ़ जाती है। लोगों ने कहा कि नगर निगम की टीम कभी साफ-सफाई करने नहीं आती है।
समस्याएं
1. लालजी-हीरजी रोड के पूरे क्षेत्र में ई-रिक्शा वालों का कब्जा लगा रहता है।
2. इलाकों में खराब पड़ी हैं स्ट्रीट लाइट, रात में रहता है अंधेरा।
3. सड़क की स्थिति बेहद खराब आने-जाने में लोगों को करना पड़ता है परेशानियों का सामना।
4. पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है।
5. नगर निगम की ओर से नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं होने से क्षेत्र के सर्विस लेन बंद पड़े हुए हैं।
सुझाव
1. ई-रिक्शा संचालन को व्यवस्थित किया जाए। ट्रैफिक पुलिस तैनात किए जाएं।
2. नगर निगम उजाला करने लिए लगाई गई खराब हो चुकी स्ट्रीट लाइट की मरम्मत कराए।
3. रोड का बेहतर रूप से निर्माण किया जाए। मरम्मत कार्य और गुणवत्ता का ख्याल रखा जाए।
4. पार्किंग के लिए नगर-निगम व्यवस्था कराए, इसके लिए जगह चिन्हित किया जाए।
5. मार्केट में नगर निगम नियमित रूप से साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करे।
:: बोले लोग ::
इलाके की सभी स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। शाम होते ही पूरे क्षेत्र में अंधेरा कायम हो जाता है। अक्सर चोरी, छिनतई जैसी घटनाएं होती रहती हैं। नगर-निगम की ओर से नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं होने से सड़क के किनारे कचरा फैला रहता है। लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
-सुरेश अग्रवाल
सड़क बेहद जर्जर हो चुकी है। लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दिन में सुबह से शाम तक करीब 50 से 60 एम्बुलेंस इलाके से होकर गुजरती है। खस्ताहाल सड़क पर हिचकोले खाते हुए मरीज अस्पताल और घर तक पहुंचते हैं। पूरे इलाके में ई-रिक्शा वालों का अलग कब्जा है।
-सत्येंद्र चोपड़ा
शाम होते ही इलाके में असामाजिक तत्वों का आना शुरू हो जाता है। इस कारण लोग जल्दी दुकान बंद कर देते हैं। इसका असर व्यापार पर पड़ता है। सुरक्षित माहौल मिले।
-संजय कुमार
ई-रिक्शा संचालकों का सड़क पर कब्जा होने के कारण पूरे इलाके में आए दिन जाम की स्थिति रहती है। मालवाहन तक अंदर नहीं जा पाते हैं। व्यपारियों को परेशानी होती है।
-बीरेंद्र
मार्केट में लगभग सात से आठ बैंक हैं। कई तरह की आपराधिक घटनाएं भी घट चुकी हैं। लेकिन, सुरक्षा के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। पेट्रोलिंग शुरू हो।
-दिवाकर
नगर-निगम की ओर से कभी भी नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं कराई जाती है। सभी जगहों पर कचरा फैला रहता है। इलाके की नालियां भी भरी हुई हैं।
-रवि राजगढ़िया
ओसीसी कल्ब के आसपास के जितने भी सर्विस लेन हैं, सभी में नियमित सफाई की जरूरत है। अक्सर कचरा फैलने के कारण कई रास्ते बंद हो जाते हैं। जिम्मेदार इस ओर ध्यान दें।
-मनोज भगत
स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। अकसर चोरी, छिनतई जैसी घटनाएं होती रहती हैं। इससे लोगों के मन में भय बना रहता है। रांची नगर निमग और प्रशासन इस और कार्य करे।
-दुर्गा माला अग्रवाल
वाहन पार्किंग के लिए जगह सुनिश्चित नहीं होने के कारण लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर चले जाते हैं। वहीं, कचरा अलग फैला रहता है, पता नहीं इससे कब मुक्ति मिलेगी।
-दिलीप कुमार
एक किलोमीटर की सड़क में हजारों गड्ढे हैं, इससे रोजाना आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है। नगर निगम की ओर से सफाई कर्मी भी नियमित रूप से नहीं आते।
-अमित
रांची नगर निगम को सबसे अधिक टैक्स इसी मार्केट के करोबारी देते हैं। लेकिन, किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिलती है। सड़क पूरी तरह से जर्जर
हो चुकी है।
-अभिषेक नारसरिया
बरसात के दिनों में रास्ते से आना-जाना मुश्किल हो जाता है। जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। विद्यार्थियों के अलावा वाहन चालकों को भी परेशानी होती है।
-प्रदीप राजगरिया
सर्जना चौक से आने के दौरान लगी कई ट्रैफिक लाइट सही से काम नहीं करती। इससे कई बार गाड़ियां ठहर जाती हैं। इससे भी जाम की समस्या बन जाती है।
-तपेंद्र सिंह
सड़क के किनारे कचरे का अंबार लगा रहता है। इस कारण लोगों को गंदगी से होकर आना-जाना पड़ता है। नगर-निगम नियमित रूप से इलाके में सफाई सुनिश्चित करे।
-गिरिराज बागल
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