जर्मनी के प्रोजेक्ट मंधार को मिला झारखंड के शिक्षाविदों का समर्थन
भारत के युवाओं को जर्मनी में करियर बनाने के लिए कौशल प्रदान करने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट मंधार का उद्घाटन हुआ। यह पहल बिहार एवं झारखंड फ्रेटरनिटी म्यूनिख, जर्मनी के भारतीय मिशन और राज्य सरकारों के...

रांची, विशेष संवाददाता। भारत के युवाओं को कौशल प्रदान करने और जर्मनी में करियर बनाने में मदद करने के उद्देश्य से म्यूनिख, जर्मनी के प्रोजेक्ट मंधार को झारखंड के शिक्षाविदों का समर्थन मिला है। यह पहल बिहार एवं झारखंड फ्रेटरनिटी म्यूनिख ईवी (बीजेएफएम), जर्मनी में भारतीय मिशन और बिहार व झारखंड की राज्य सरकारों के सहयोग से शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट की आधिकारिक शुरुआत रविवार को हुई। इसमें भारत और जर्मनी दोनों देशों के प्रमुख लोगों की भागीदारी रही। म्यूनिख में भारत के महावाणिज्य दूतावास शत्रुघ्न सिन्हा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और इस द्विपक्षीय सहयोग के महत्व के बारे में बात की। झारखंड से झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डीके सिंह, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) के प्राध्यापक प्रो सुभाष यादव, बीआईटी सिंदरी के प्राध्यापक प्रो रोशन ने इसमें ऑनलाइन भाग लिया। आयोजक राहुल यादव ने कार्यान्वयन रणनीति के बारे में बताया कि कैसे जर्मन भाषा के साथ-साथ व्यापार कौशल में सुधार करके डिप्लोमा और आईटीआई छात्रों के लिए जर्मन नौकरी बाजार को सुलभ बनाया जा सकता है। सह-आयोजक सृजन मनीष ने परियोजना के दायरे और बारीकियों के बारे में बताया। मंधार टीम में- पवन सिंह, अत्रि बिस्वाल, सुमन द्विवेदी, सोनी कुमारी, मेराज आलम और सक्षम ने बतया कि इस परियोजना में किस प्रकार योगदान दिया जा सकता है।
17 फरवरी से प्रोजेक्ट मंधार अपने प्रतिभागियों को ए-1 स्तर पर बुनियादी जर्मन भाषा कौशल का प्रशिक्षण देगा। 14 सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में- आवश्यक सांस्कृतिक ज्ञान का अर्जन और तकनीकी योग्यताओं का प्रारंभिक मूल्यांकन भी शामिल होगा। इसके अतिरिक्त, पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को जर्मन सामाजिक शिष्टाचार और कार्यस्थल संस्कृति से परिचित कराएगा, जिससे भविष्य में और अधिक गहन प्रशिक्षण की नींव रखी जा सके। जल्द ही इस प्रोजेक्ट से झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी जोड़ने की पहल होगी।
उद्घाटन सत्र में प्रोजेक्ट मंधार के चरण 2 और चरण 3 के लिए रोडमैप भी प्रस्तुत किया गया। साथ ही, चर्चा की गई कि किस प्रकार बीटेक, एमटेक और शोध छात्रों को प्रोजेक्ट मंधार टीम के उद्योग और अनुसंधान पेशेवरों की ओर से मार्गदर्शन दिया जा सकता है, ताकि भारतीय छात्र यूरोपीय उद्योग की प्रगति की गति से आगे बढ़ सकें। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए- connect@bfjm.eu पर संपर्क किया जा सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।