Hindi Newsझारखंड न्यूज़रांचीPithoria will be closed against farmers' suicide

किसानों की आत्महत्या के खिलाफ आज बंद रहेगा पिठोरिया

सुतियांबे के बलदेव महतो उर्फ वासुदेव की मौत को लेकर वाम दलों ने शनिवार को पिठोरिया बंद का आह्वान किया है। बंद में झामुमो, झाविमो और कांग्रेस भी शामिल रहेगी। पिठोरिया बंद में झारखंड राज्य किसानसभा के...

हिन्दुस्तान टीम रांचीSat, 17 June 2017 02:13 AM
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सुतियांबे के बलदेव महतो उर्फ वासुदेव की मौत को लेकर वाम दलों ने शनिवार को पिठोरिया बंद का आह्वान किया है। बंद में झामुमो, झाविमो और कांग्रेस भी शामिल रहेगी। पिठोरिया बंद में झारखंड राज्य किसानसभा के सदस्य भी भाग लेंगे। बंद को सफल बनाने को लेकर सभी पार्टियों के नेताओं ने अलग-अलग बैठककर रणनीति तय की। बंद किसानों की कर्ज माफी, सत्र 2015-16 की फसल बीमा की राशि का वितरण, सस्ते दर पर किसानों को खाद, बीज, कीनाशक दवा व कृषि उपकरण उपलब्ध कराने, सड़क के साथ पेयजल, सड़क, बिजली सहित अन्य मांगों को लेकर बुलाई गई है। किसानों एवं आमजन से भी बंद को सफल बनाने की अपील की गई है। आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है।यह सरकार की आत्महत्या है: हेमंतबलदेव के परिजनों से मिलने के बाद झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि यह किसान की नहीं, सरकार की आत्महत्या है। सड़कों पर करोड़ों-अरबों खर्च करने वाली सरकार को किसानों के हित की परवाह नहीं है। किसान कर्ज के बोझ से दबे हैं, लगातार फसल खराब होने से वे बैंकों के ऋण नहीं लौटा पा रहे हैं। उधर झामुमो के अशोक नाग ने मृतक के बड़े पुत्र सोनू कुमार की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का दायित्व लिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और झाविमो के बंधु तिर्की भी शुक्रवार को दोनों मृत किसानों से मिलने पहुंचे। सुखदेव भगत ने कहा कि किसानों की आत्महत्या का मामला संवेदनशील का है, नैतिकता का है। ऐसे मामले में सरकार को सबसे पहले जांच करानी चाहिए थी। लेकिन रघुवर दास की सरकार मामले को रफा-दफा करने में लगी हुई है। मौके पर आलोक कुमार दुबे, राजेश ठाकुर, सुरेश बैठा, अईनुल हक सहित अन्य उपस्थित थे।वहीं सांसद रामटहल चौधरी ने मृतक की पत्नी एवं बच्चों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने मृतक के परिवार को इंदिरा आवास, एक डीप बोरिंग, घर के पास स्थित सरकारी तालाब का गहरीकरण और श्राद्धकर्म के लिए रुपए देने की घोषणा की। वहीं झारखंड राज्य किसान सभा की तीन सदस्यीय टीम ने पीड़ित परिवार के लोगों से भेंट कर मामले की जानकारी ली। सभा ने रांची डीसी के गैरजिम्मेदार बयान की निंदा करते हुए मृतक के परिवार को दस लाख मुआवजा देने, झारखंड के सभी किसानों का कर्ज माफ करने, आत्महत्या की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। तीन सदस्यी टीम में सुफल महतो, मधुआ कच्छप और सनी लकड़ा शामिल थे।

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