शिक्षा विभाग के साथ मिलकर पिरामल फाउंडेशन की ओर से शिक्षकों को ऑनलाइन तकनीकी शिक्षा दी जा रही
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की ऑनलाइन शिक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए शिक्षकों को भी तकनीकी रूप से मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए रांची के सभी...
रांची। संवाददाता
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की ऑनलाइन शिक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए शिक्षकों को भी तकनीकी रूप से मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए रांची के सभी प्रखंडों के स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने की शुरुआत मंगलवार को हुई। शिक्षा विभाग के साथ मिलकर पिरामल फाउंडेशन की ओर से शिक्षकों को ऑनलाइन तकनीकी शिक्षा दी जा रही है। 21 मई तक चलनेवाली इस ट्रेनिंग में दो पालियों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले दिन पहली पाली में रातू, नगड़ी, इटकी, बेड़ो और खिजरी प्रखंड के स्कूलों के शिक्षक इसमें शामिल हुए। वहीं दूसरी पाली में रांची सदर के शिक्षकों को शामिल किया गया। बुधवार को नामकुम, कांके, सिल्ली, अनगड़ा और सोनाहातू प्रखंड के शिक्षक ट्रेनिंग में शामिल होंगे।
डिजिटल कंटेंट मजबूत बनाने का प्रयास
शिक्षकों को जो ट्रेनिंग दी जा रही है, उसमें बच्चों को उपलब्ध कराए जानेवाले डिजिटल कंटेंट को ज्यादा प्रभावी बनाने पर फोकस किया जा रहा है। ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे एक शिक्षक ने बताया कि बच्चों को ज्यादा सरल और आसान भाषा में डिटिटल कंटेंट कैसे मिले, इसपर काफी शिक्षकों ने चर्चा की। साथ ही रिमोर्ट लर्निंग में आनेवाले परेशानियों पर भी चर्चा की गयी।
क्लास वाइज कंटेंट भेजने की प्रक्रिया शुरू
ट्रेनिंग में बताया गया कि डिजी साथ एप के माध्यम से जो कंटेंट बच्चों को भेजा जा रहा था, इसमें काफी तकनीकी परेशानी आ रही थी। अभी तक स्कूल वाइज व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे, जिसमें कंटेंट भेजे जा रहे थे। इसमें एक साथ सभी कक्षाओं को कंटेंटे होता था, जिसमें बच्चों को अपनी कक्षा का कंटेंट ढूंढने में परेशानी होती थी। रांची सदर के बीईओ अशोक गुप्ता ने बताया कि अब कक्षा वाइज कंटेंट भेजने की प्रक्रिया शुरू की गयी है। इसके लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गयी है।
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