मारवाड़ी कॉलेज से एआई-एमएल में डिग्री कोर्स करने का अवसर
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत मारवाड़ी कॉलेज ने बीएससी आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग (एआई-एमएल) पाठ्यक्रम की शुरुआत की है। यह कोर्स विद्यार्थियों को औद्योगिक समस्याओं पर आधारित केस स्टडी और...

रांची, विशेष संवाददाता। रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत मारवाड़ी कॉलेज ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए बीएससी आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग (एआई-एमएल) पाठ्यक्रम की शुरुआत की है। यह कोर्स आज के डिजिटल और डाटा संचालित युग की मांगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जिसमें विद्यार्थियों को प्रथम सेमेस्टर से ही औद्योगिक समस्याओं पर आधारित केस स्टडी और प्रोजेक्ट वर्क पर कार्य करने का अवसर मिलता है। इस कोर्स की एक प्रमुख विशेषता इसका उद्योग-उन्मुख दृष्टिकोण है। इसमें विद्यार्थियों को मौसम पूर्वानुमान प्रणाली, रडार सिस्टम, कोडिंग आधारित समाधान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल, मशीन लर्निंग एप्लिकेशन और स्मार्ट विजन सिस्टम जैसे प्रोजेक्ट पर कार्य करने का अवसर मिलेगा।
इससे उनमें- समस्या समाधान, विश्लेषण क्षमता और रचनात्मक सोच का व्यावहारिक विकास हो सकता है। इन पाठ्यक्रम को किया गया शामिल बीएससी एआई एंड एमएल के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा- सी, सी प्लस प्लस, जावा, पायथॉन, वेब डिजाइनिंग आदि को शामिल किया गया है। इसके साथ ही एल्गोरिदम डिजाजइन विद पायथॉन, जावा प्रोग्रामिंग, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, न्यूट्रल नेटवर्क, एक्सपर्ट सिस्टम्स, इमेज प्रोसेसिंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी), गेम डिजानिंग, आर प्रोग्रामिंग, जैसे अत्याधुनिक विषयों का भी समावेश किया गया है। ये सभी विषय विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाते हैं। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 19 जून मारवाड़ी कॉलेज की ओर से इंफोसिस, डेल फाउंडेशन, कैपजेमिनी, सैप, टीसीएस, एक्सेंचर, विप्रो जैसी अग्रणी आईटी कंपनियों के साथ मिलकर इंटर्नशिप और प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जाती है, जिससे छात्र-छात्राएं व्यावसायिक वातावरण का प्रत्यक्ष अनुभव करते हैं और उन्हें उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप ढाला जाता है। तीन वर्षीय बीएससी इन आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग एंड मशीन लर्निंग में 6 सेमेस्टर होते हैं। इसमें नामांकन के लिए विज्ञान संकाय (पीसीएम/पीसीबी) से न्यूनतम 45 प्रतिशत प्राप्तांक से 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया चांसलर पोर्टल- https://jharkhanduniversities.nic.in, के माध्यक से ऑनलाइन पूरी की जा सकती है। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 19 जून है। एमआई और एमएल आनेवाले समय की रीढ़ कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने कहा कि एआई और एमएल आनेवाले समय की रीढ़ हैं। हमारा उद्देश्य अपने विद्यार्थियों को सिर्फ डिग्री देना नहीं है, बल्कि उन्हें एक सक्षम, नवोन्मेषी और उद्योग-तैयार पेशेवर बनाना है। उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के लिए नौकरी, अनुसंधान, स्टार्टअप और उद्यमिता के नए अवसरों के द्वार खोलता है। इस पाठ्यक्रम को भविष्य के लिए तकनीक, नवाचार और व्यावसायिकता के समन्वय को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
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