कोरोना संक्रमितों को मुक्ति दिलाने के लिए हजारीबाग से आये खालिद भाई
अब तक हजारों लावारिस लाशों का करवा चुके हैं अंतिम संस्कार
अब रांची में कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार में देरी नहीं होगी। परिजनों को शव वापस लेकर लौटना नहीं पड़ेगा।हजारीबाग के रहने वाले खालिद भाई ने इसका जिम्मा उठाया है। मंगलवार को उन्होंने हरमू स्थित विद्युत शवदाहगृह में छह कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान के साथ पूरा किया। शवदाहगृह का संचालन करने वाली मारवाड़ी सहायक समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले एक माह से यहां कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार कर रहा कल्लू भी तीन दिन पहले बिना सूचना के ही भाग गया। समिति ने जिला प्रशासन से अंतिम संस्कार के लिए आदमी देने की मांग की, लेकिन कोई मिल नहीं रहा था। सोमवार को सुबह खालिद भाई को हमनें फोन किया और उनसे एक आदमी देने की अपील की। इसपर खालिद भाई ने कहा कि वह खुद रांची आकर शवों का अंतिम संस्कार करेंगे और मंगलवार को सुबह वे अपनी गाड़ी से रांची पहुंच गए। वे रोजाना सुबह नौ बजे से लेकर शाम के पांच तक हरमू विद्युत शवदाहगृह में रूक कर खुद से कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार करेंगे।बरियातू में बेटा के यहां रूके हैं खालिदसुरेश अग्रवाल ने कहा कि खालिद भाई ने इस काम के लिए किसी तरह की आर्थिक मदद लेने से इंकार कर दिया। यहां तक हमनें उन्हें मारवाड़ी धर्मशाला में एक कमरे में रूकने का इंतजाम भी किया, लेकिन उन्हें रूकने से मना कर दिया। और बरियातू में रहने वाले अपने बेटे के यहां चले गए।हजारों लावारिस लाशों का करवा चुके हैं अंतिम संस्कारखालिद भाई अब तक अपने जीवन में हजारों लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करवा चुके हैं। सड़क दुर्घटना में मृत अनजान व्यक्ति हो या अस्पतालों के मॉर्चरी में सड़ रहे शव हों, ऐसे लाशों को डिस्पोज करने के लिए लोग इन्हें ही याद करते हैं। हालत अब यह हो गयी है कि देश के किसी भी राज्य के मॉर्चरी में जब लावारिस लाशों की संख्या काफी बढ़ जाती है तो ऐसे शवों के अंतिम संस्कार के लिए खालिद भाई को ही प्रशासन द्वारा बुलावा भेजा जाता है।चिमनी से सटकर गुजरा हाइटेंशन तार, बिजली विभाग ने नहीं किया शिफ्ट विद्युत शवदाहगृह के चिमनी से सटकर 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है। इस कारण इस चिमनी को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। मारवाड़ी सहायक समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि बिजली विभाग को पत्र लिखकर थक चुके हैं, लेकिन अब तक तार को शिफ्ट नहीं किया गया है। इस कारण चिमनी को दुरुस्त करने में परेशानी आ रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।