Notification Icon
Hindi Newsझारखंड न्यूज़रांचीJharkhand Court Takes Serious Note of Rising Violence Against Women and Children

बच्चे राज्य के भविष्य और भविष्य अंधकार में : अजय साह

झारखंड में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती अमानवीय घटनाओं पर भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मौन है और उच्च न्यायालय ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीThu, 19 Sep 2024 03:03 PM
share Share

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि राज्य में महिलाओं और बच्चों के साथ अमानवीय घटनाएं घट रही हैं और राज्य सरकार इस पर मौन है। बच्चे राज्य के भविष्य हैं और भविष्य अंधकार में है। महिलाओं और बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले पर झारखंड उच्च न्यायालय ने गंभीर रूख अपनाया है। उच्च न्यायालय ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव, रांची के उपायुक्त एवं एसएसपी को तलब किया और उनसे इस दिशा में की जा रही कार्रवाई पर जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। साह ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में महिलाओं और बच्चों की देखभाल करना संबंधित राज्य सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर होता है, परन्तु राज्य सरकार ने पिछले पांच वर्षों में कामकाजी महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के संबंध में एक भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया। महिलाओं एवं बच्चों के यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए हेमंत सरकार ने अबतक कोई भी एसओपी नहीं बनाया है, जिस कारण झारखंड में महिलाओं और बच्चों का शोषण संबंधी अनुपात अन्य राज्यों की अपेक्षा काफी अधिक है। साह ने कहा कि हम सभी अखबारों में पढ़ते हैं कि रांची के हटिया रेलवे स्टेशन और रांची रेलवे स्टेशन सहित राज्य के अन्य रेलवे स्टेशनों से रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा बाल तस्करों के चंगुल से नाबालिग युवक-युवतियों को मुक्त कराकर उन्हें राज्य सरकार को सौंप दिया जाता है। राज्य का खुफिया विभाग और सीआईडी तंत्र पूरी तरह से इन संवेदनशील मामलों में फेल है, क्योंकि हेमंत सरकार ने तो उनको भाजपा के वरीय नेताओं की जासूसी में लगा रखा है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें