Hindi Newsझारखंड न्यूज़रांचीIn Ranchi bodies had to wait for hours in an ambulance for salvation

रांची में मोक्ष के लिए एंबुलेंस में शवों को घंटो करना पड़ा इंतजार

कोरोना से रांची की हालत भयावह होती जा रही है। इस खतरनाक वायरस ने पूरे सिस्टम को ध्वस्त कर दिया है। आलम यह है कि कोरोना की जांच के लिए लंबी कतार...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीTue, 20 April 2021 03:40 AM
share Share

रांची। प्रमुख संवाददाता

कोरोना से रांची की हालत भयावह होती जा रही है। इस खतरनाक वायरस ने पूरे सिस्टम को ध्वस्त कर दिया है। आलम यह है कि कोरोना की जांच के लिए लंबी कतार है। जांच केंद्रों पर दो दिन जाने के बाद सैंपल लिया जा रहा है। अस्पताल में बेड के लिए 48 से 72 घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पताल में किसी तरह भर्ती हो गए तो ऑक्सीजन और जरूरी दवाएं के लिए भी लंबा इंतजार है। कोरोना की जंग लड़ते हुए यदि लोग हार कर दम तोड़ दे रहे हैं तो उनके मोक्ष के लिए श्मशान घाट पर परिजनों को कतार में खड़ा होकर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

सोमवार को रांची के घाघरा श्मशान घाट पर सुबह सात बजे से ही एंबुलेंस कतारबद्ध थी। एंबुलेंस में शव भरे थे और सभी की बारी का इंतजार किया जा रहा था। शाम पांच बजे तक 42 शव घाट पर पहुंचे थे और 38 का अंतिम संस्कार किया गया था। श्मशान घाट के दृश्य डराने वाले थे। हरमू मोक्षधाम की मशीन खराब थी और डोरंडा के श्मशान घाट में लकड़ियां कम पड़ गईं। नगर निगम मुश्किल से लकड़ियों का इंतजाम कर रहा था और शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। कतार में एंबुलेंस के चालक की हालत भी खराब थी। 37 डिग्री तापमान में पीपीई किट पहन कर इंतजार करना उन्हें काफी मुश्किल हो रहा था।

जब एंबुलेंस की कतार लगी तस्वीर वायरल होने लगी, तब जिला प्रशासन की नींद खुली। उन्होंने कहा कि 24 घंटे के भीतर सभी शवों का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने 27 शव पहुंचने का दावा किया। पूरा प्रशासन इस बात के लिए अलर्ट है। उन्होंने बताया कि वे खुद घाघरा घाट की व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं और वहां कोई पेंडेंसी नहीं है। उन्होंने बताया कि हरमू मोक्ष धाम की मशीनें खराब हुई थीं, लेकिन अब उसे भी बना लिया गया है। वहां भी शवों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

रविवार को 116 शवों का हुआ था अंतिम संस्कार

रांची में रविवार को पांच श्मशानों और दो कब्रिस्तानों में 116 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। इस साल एक दिन में इतने शव आने का यह रिकॉर्ड है। इससे पहले 15 अप्रैल को 100 शवों का अंतिम संस्कार हुआ था। हालांकि, जिला प्रशासन के आंकड़े के अनुसार कोरोना से रांची में रोजाना पांच से आठ लोगों की मौत ही हो रही है। 18 अप्रैल को प्रशासन ने कोरोना से 11 मौतों का आंकड़ा जारी किया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें