बिरसा जू में एक और एमू की हुई मौत, जांच के लिए सैंपल कोलकाता भेजा गया
ओरमांझी के भगवान बिरसा जैविक उद्यान में 10 दिनों के भीतर पांच एमू की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को एक और एमू की मृत्यु हुई। जू प्रशासन ने पक्षियों की सुरक्षा के लिए विशेषज्ञों से सलाह ली है और बीमारी की...
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ओरमांझी, प्रतिनिधि। भगवान बिरसा जैविक उद्यान में 10 दिनों के अंदर अबतक पांच एमू की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को एक और एमू ने दम तोड़ दिया। एमू दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पक्षी है। मरनेवाले सभी एमू की उम्र जू प्रशासन के अनुसार 12 से 13 वर्ष बताई जा रही है। कम उम्र के एमू अभी ठीक-ठाक हैं। जू में अब 14 एमू बचे हैं। जू प्रशासन ने सुरक्षा की सभी तैयारी की है। विशेषज्ञ चिकित्सकों और कांके वेटनरी के डॉ अंसार अहमद और डॉ एमके गुप्ता की सलाह पर पक्षी की देखरेख और खानपान पर विशेष नजर रखी जा रही है। वायरल से बचाने के लिए वीरकोन एस नामक दवा दी जा रही है कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है। जू में कुल पक्षियों की संख्या लगभग 700 है। एमू के अतिरिक्त शुतुरमुर्ग, तोता, मोर, मैना और लव बर्ड आदि पक्षी हैं।
जांच के लिए सैंपल कोलकाता भेजा जाएगा
जू में पांच एमू पक्षियों की मौत के बाद जू प्रशासन ने पक्षी के स्वाब को जांच के लिए स्वास्थ्य एवं निष्पादन संस्थान कांके के माध्यम से आरडीडीएल प्रयोगशाला केंद्र कोलकाता भेजा जाएगा, ताकि पता चल सके की एमू की मौत बर्ड फ्लू से हुई है या किसी अन्य बीमारी से हुई है। आशंका है कि पांचों एमू पक्षियों की मौत बर्डफ्लू से हुई है।
डॉ ओमप्रकाश, जू के पशु चिकित्सक
एमू नामक पक्षी कैसे मर रहे हैं यह कहना जल्दबाजी होगी। पोस्टमार्टम कराया गया है स्वाब को जांच के लिए भेजा जा रहा है रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अभी सभी पक्षी ठीक हैं।
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