राजधानी से लेकर राज्य के अलग अलग हिस्सों में लेवी के लिए दबिश बढ़ा रहे उग्रवादी
राज्य में बढ़ रही माओवादी व दूसरे उग्रवादी संगठनों की दबिशराज्य में लॉकडाउन के बाद नक्सली संगठनों की दबिश राज्य भर में बढ़ी है। लॉकडाउन से उपजी परिस्थितियों के बीच राजधानी रांची से लेकर राज्य के अलग...
राज्य में लॉकडाउन के बाद नक्सली संगठनों की दबिश राज्य भर में बढ़ी है। लॉकडाउन से उपजी परिस्थितियों के बीच राजधानी रांची से लेकर राज्य के अलग अलग हिस्सों में माओवादी व दूसरे उग्रवादी संगठन सक्रिय हुए हैं। गुरुवार की सुबह रांची के तुपुदाना स्थित टॉरियन वर्ल्ड पब्लिक स्कूल व खूंटी के हुटार में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के द्वारा पोस्टरबाजी की गई। पोस्टर के जरिए उग्रवादी संगठन ने इलाके में खदान व क्रशर संचालकों को धमकी दी है। पीएलएफआई ने धमकी दी है कि बगैर संगठन के इजाजत काम करने वाले क्रशर संचालकों के खिलाफ फौरी कार्रवाई करेगी। पोस्ट को पूर्वी छोटानागपुर सबजोनल कमांडर विशाल जी के नाम से जारी किया गया है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में राजधानी के आसपास के इलाके में माओवादियों व पीएलएफआई उग्रवादियों की दबिश बढ़ी है। कहां कहां कैसे रांची के आसपास बढ़ी दबिशहाल के दिनों में पीएलएफआई उग्रवादियों की दबिश नामकुम, टाटीसिल्वे, अनगड़ा, सिल्ली के इलाके में हुई है। राज्य पुलिस की खुफिया एजेंसी तक जो सूचनाएं पहुंची हैं, उसके मुताबिक ग्रामीणा इलाकों में बेरोजगार युवकों को झांसे में लेकर पीएलएफआई के द्वारा संगठन का बिस्तार किया जा रहा है। पीएलएफआई के अखिलेश गोप, तुलसी पाहन जैसे उग्रवादी रांची में सक्रिय हैं। खलारी- बुढमू में माओवादियों की धमकरांची से सटे खलारी व बुढमू में माओवादियों की धमक शुरू हो गई है। इस इलाके में टीपीसी का वर्चस्व रहा है। इसी माह टीपीसी के उग्रवादियों ने बुढमू में पूर्व माओवादी मोहन यादव की हत्या कर दी थी। जानकारी के मुताबिक, मोहन यादव फिर से इलाके में माओवादी संगठन को खड़ा करने में लगा था। इलाके में माओवादियों को नए सिरे से मजबूत करने की कवायद को लेकर 15 लाख के ईनामी मिथलेश ने बोकारो से आकर यहां मोहन यादव व उसके आपराधिक दस्ते के साथ बैठक भी की थी।मुठभेड़ के बाद नवादा से सक्रिय है प्रद्युम्न शर्माभाकपा माओवादी के सैक कमांडर प्रद्युम्न शर्मा के मुठभेड़ के बाद कोडरमा की सीमा पार कर नवादा चला गया है। राज्य पुलिस की विशेष शाखा को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार कोडरमा के हुए मुठभेड़ में प्रद्युम्न शर्मा को भी हाथ में गोली लगी थी। इसके बाद इलाज कराने के लिए वह नवादा चला गया था। अब नवादा से ही वह गतिवधियों को अंजाम दे रहा। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान तकरीबन एक दर्जन दस्ता सदस्यों के साथ वह कोडरमा आया था, लेकिन बाद में उसने यहां नए कैडरों को जोड़ दस्ता में सदस्यों की संख्या बढ़ायी। चकरबंधा से पलामू, गढ़वा में माओवादी हो रहे ऑरपेटझारखंड में पलामू व गढ़वा खासकर बूढ़ापहाड़ के इलाके में औरंगाबाद के चकरबंधा से माओवादी गतिवधियों को ऑपरेट किया जा रहा है। चकरबंधा से प्रमोद मिश्र, विवेक आर्या व रोहित जी के द्वारा माओवादी संगठन का नेतृत्व किया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।