Hindi NewsJharkhand NewsRanchi NewsDemand for medicines increased by 40 shortage of drugs in retail shops

दवाओं की मांग 40 फीसदी तक बढ़ी, रिटेल दुकानों में दवा की किल्लत

स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए दस दवाओं की एक एडवाइजरी जारी की है। सलाह दिया गया है कि संक्रमित मरीज उन्हीं दवाओं का...

Newswrap हिन्दुस्तान, रांचीTue, 20 April 2021 04:00 AM
share Share
Follow Us on

रांची। कुमार गौरव

स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए दस दवाओं की एक एडवाइजरी जारी की है। सलाह दी गई है कि संक्रमित मरीज उन्हीं दवाओं का सेवन करें। इन सभी दवाओं की उपलब्धता पर आपके अपने ‘हिंदुस्तान ने सोमवार को पड़ताल की।

पड़ताल में पता चला कि इन दवाओं की मांग 40 फीसदी बढ़ गयी है। इससे रिटेल दवा दुकानों में दवाइयां कम पड़ने लगी हैं। दवा रिटेलर ने बताया कि हम जितना मांग कर रहे हैं, उसका 10 फीसदी ही दवा हमें मुहैया करायी जा रही है। इन दवाओं के खरीददार बढ़ गए हैं और सप्लाई कम हो गयी है।

उधर, स्टॉकिस्ट कह रहे हैं कि दवाओं की मांग बढ़ी है, पर दवा उपलब्ध हो जाएगी। सभी सामान्य प्रयोग में आने वाली दवाएं हैं। रिटेलर के पास दवा की कमी के बारे में उन्होंने कहा कि वे दवा स्टॉक न कर लें इसलिए उन्हें दवाइयां जरूरी मात्रा में ही उपलब्ध करायी जा रही हैं।

फेबिफ्लू नहीं है उपलब्ध:

शहर के दो बड़े स्टॉकिस्ट ने जानकारी दी कि दवा फेबिफ्लू (फेविविरावीर) बाजार में उपलब्ध नहीं है। कोविड के पहले फेज में इस दवा का बहुत उपयोग किया गया था। इसके आलावा टॉसिलीजुमेब इंजेक्शन भी बाजार में नहीं है, जो एंटीबायोटिक की हाई डिमांड पर दिया जाता है। इसकी कीमत करीब 30 से 40 हजार तक है।

10 पेटी मांगते हैं तो दो पेटी मिलती है दवा

श्रद्धानंद रोड स्थित एक दवा सप्लायर ने बताया कि हम स्टॉकिस्ट से 10 पेटी डिमांड करते हैं, तो दो पेटी ही दवा मिलती है। डोक्सीसाइक्लीन 100 एमजी, इंवरमेक्टिन 12 एमजी जैसी दवाईयां मिल रही हैं, पर मांग के अनुरूप नहीं। आठ गुना मांग बढ़ गयी है और सप्लाई पहले से एक चौथाई हो चुकी है।

जिंकोविट भी उपलब्ध नहीं:

हरमू स्थित गोदावरी मेडिकल के कर्मी ने बताया कि जिंकोविट आ नहीं रहा है और डॉक्सीसाइक्लिन शार्ट हो गया है। इवरमेक्टिन की भी कमी हो रही है, पर विटामिन सी और पैरासिटामोल अब भी आसानी से मिल जा रहे हैं। डिमांड ऐसे ही बढ़ा तो इसकी भी कमी हो जाएगी। पिस्का मोड़ स्थित माया मेडिकल के संचालक ने बताया कि हम अगर 10 पत्ता दवा की मांग करते हैं, तो सप्लायर दो पत्ता ही देता है। सप्लायर का कहना है कि सभी रिटेल वालों को पुराना है। सदानंद चौक हरमू स्थित मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया कि बहुत सारे मरीज आने लगे हैं, हम डिमांड पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

मांग बढ़ी है पर दवा उपलब्ध: स्टॉकिस्ट

राजगढ़िया ड्रग एजेंसी के अरविंद राजगढ़िया ने बताया कि इन सभी दवाओं की डिमांड 40 फीसदी तक बढ़ गई है, पर सभी दवाएं उपलब्ध हैं। वहीं, संजय एजेंसी अपर बाजार के प्रबंधक ने बताया कि मांग आठ से दस गुना तक बढ़ चुकी है, पर दवाएं उपलब्ध हैं।

इन दवाओं की मार्केट में कमी:

1. डोक्सीसाइक्लीन 100 एमजी

2. इंवरमेक्टिन 12 एमजी

3. पैरासिटामोल 500 एमजी

4. विटामिन सी/सेलिन 500

5. जिंक टैब 50 एमजी

6. विटामिन डी 2500 आईयू

7. मोन्टेलुकास्ट एंड लिवोसेंट्रीजीन

8. पैंटोप्राजोल 40 एमजी

9. मेट्रोनिडाजोल/मेट्रोजली 400 एमजी

10. एन-एसिटाइल सिस्टीन 600 एमजी

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें