कोयला उत्पादन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई तकनीक अपनाने की जरूरत: निदेशक
कोल इंडिया ने वर्ष 2023-24 में 774 मीट्रिक टन उत्पादन का नया रिकॉर्ड बनाया है। 2024-25 के लिए 838 मीट्रिक टन का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है। कंपनी को नई तकनीक और प्रक्रियाओं को अपनाने की आवश्यकता है...
रांची, संवाददाता। देश की उम्मीदों एवं आकांक्षाओं पर चलते हुए कोल इंडिया ने वर्ष 2023-24 में अपना अब तक का सर्वाधिक 774 मीट्रिक टन उत्पादन का रिकार्ड हासिल किया। वर्ष 2024-25 के लिए 838 मीट्रिक टन के उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। आने वाले वर्षों में हमें नई तकनीक और प्रक्रियाओं को अपनाने की जरूरत है ताकि हम अपने उत्पादन को अधिक प्रभावी और पर्यावरण हितैषी बना सके। ये बातें शुक्रवार को सीएमपीडीआई में कोल इंडिया के 50वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएमपीडीआई के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कही। इससे पहले उन्होंने कोल इंडिया का ध्वज फहराकर समारोह की शुरुआत की। कहा, कंपनी स्थापित करने का उद्देश्य न केवल कोयला उत्पादन करना था, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी था कि हम अपने समुदायों और राष्ट्र के लिए ऊर्जा के स्थायी स्रोत प्रदान करें। कोयला उद्योग की भूमिका ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ रोजगार, विकास और स्थिरता के अवसर भी उत्पन्न करना भी है। मौके पर शंकर नागाचारी, अजय कुमार, सतीश झा, सुमीत सिन्हा, महाप्रबंधक व विभागाध्यक्ष सहित कई अन्य उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।