किताबों के लिए बच्चों को करना होगा और इंतजार
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को किताबों के लिए अभी और इंतजार करना होगा। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण विद्यार्थियों को तय समय से किताबें उपलब्ध...
रांची। संवाददाता
सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को किताबों के लिए अभी और इंतजार करना होगा। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण विद्यार्थियों को तय समय से किताबें उपलब्ध नहीं हो पाएंगी। शिक्षा विभाग ने पांच मई तक स्कूलों को किताबें बांटने का निर्देश दिया था।
लॉकडाउन से पहले रांची शहरी क्षेत्र के कुछ स्कूलों में किताबें पहुंच गयी थीं, जिसमें कुछ किताबें बच्चों को उपलब्ध भी हो गयीं, लेकिन फिर लॉकडाउन के कारण वितरण का काम बंद हो गया। कई शिक्षकों ने बताया कि उन्हें किताबें नहीं मिल पाई हैं, जिसके कारण वे बच्चों तक नहीं पहुंचा पाए हैं। जिन स्कूलों में किताबें पहुंची भी हैं, उनमें चौथी और 10वीं की किताबें नहीं दी जा सकी हैं। कांके और नामकुम क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों में किताबें नहीं मिल पाई हैं।
रांची सदर के बीईओ अशोक गुप्ता ने कहा कि अधिकांश स्कूलों को किताबें पहुंचा दी गई थीं, लेकिन लॉकडाउन के कारण वितरण का काम बंद हो गया है। कुछ किताबें स्कूलों को नहीं भेजी जा सकी हैं। कोरोना के इस संकट भरे हालात में शिक्षकों को बुलाकर भी किताबें कैसे दें। हालांकि, यदि सरकार का आदेश आया, तो उसका पूरा पालन किया जाएगा।
देर से मिली चौथी कक्षा की किताब
उन्होंने बताया कि पहली से आठवीं की किताबें जिन स्कूलों में भेजी गई हैं, उनमें चौथी कक्षा की किताब शामिल नहीं है। चौथी कक्षा की किताब उन्हें ही देर से उपलब्ध हुई थी। 23-24 अप्रैल को किताब मिली है। इससे पहले ही राज्य में मिनी लॉकडाउन लग गया। वहीं नौंवी की भी किताब स्कूलों को भेजी गई है, लेकिन 10वीं की किताब अभी तक नहीं आई है। ऐसे में विद्यार्थियों को नए सत्र की शुरुआत करने में अभी वक्त लगेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।