बोर्ड ने स्किल एजुकेशन मॉड्यूल किया जारी, अनिवार्य रूप से पढ़ाना होगा
सीबीएसई ने स्कूलों में स्किल एजुकेशन को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई है। अब कक्षा 6 से 12 में स्किल एजुकेशन अनिवार्य होगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, फिनांशियल लिटरेसी और कोडिंग जैसे विषय शामिल...
रांची, वरीय संवाददाता। सीबीएसई ने अपने स्कूलों में स्किल एजुकेशन को नए सत्र से बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए स्कूलों को आवश्यक निर्देश दिया है। बोर्ड ने कहा कि छठी से 12वीं में स्किल एजुकेशन विषय अनिवार्य रूप से छात्र और छात्राओं को पढ़ाया जाए। बोर्ड ने स्किल एजुकेशन के तहत स्किल मॉड्ल्यूल जारी किया है। बोर्ड का कहना है कि स्किल एजुकेशन में शामिल विषयों को अतिरिक्त विषय के रूप में अभी पढ़ाना है, ताकि वोकेशनल शिक्षा के प्रति छात्र-छात्राओं का रुझान बढ़े। ये कोर्स पूरी तरह से नि:शुल्क होंगे। इन विषयों का करना होगा अध्ययन
स्किल एजुकेशन में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्यूटी एंड वेलनेस, डिजाइन, थिंकिंग एंड वेलनेस, फिनांशियल लिटरेसी, हैंडीक्राफ्ट, आईटी, मास मीडिया, ट्रैवल एंड टूरिज्म, कोडिंग, डाटा साइंस सहित अन्य विषयों को शामिल किया गया है।
एक से अधिक मॉड्यूल चुनने का विकल्प
बोर्ड ने बताया है कि विद्यार्थी एक सत्र में एक से अधिक मॉड्यूल चुन सकते हैं। यह मॉड्यूल कक्षाओं के जरिये या हॉबी क्लब के माध्यम से ऑनलाइन होगा। किसी भी कौशल मॉड्यूल को चुनने वाले विद्यार्थी अपने पहले मॉड्यूल से शुरू करेंगे और फिर अगले उपलब्ध मॉड्यूल पर जाएंगे। इसके लिए पोर्टल भी बनाया गया है। कक्षा 9 से 10 में 22 कौशल विषय और 11वीं से 12वीं में 43 कौशल विषय का ऑप्शन बोर्ड द्वारा दिया गया है।
12वीं में सातवें पेपर के रूप में अनिवार्य
फिरायालाल पब्लिक स्कूल के प्राचार्य नीरज सिन्हा ने कहा, तीन साल पहले छठी से आठवीं के लिए बोर्ड ने स्किल कोर्स ऐच्छिक रूप से शुरू करने का निर्देश दिया था। अब 9वीं औक 10वीं में इसे जारी रखने के लिए कहा है, ताकि 11वीं और 12वीं में विद्यार्थी स्किल एजुकेशन विषय जारी रख सकें। 12वीं में यह सातवें पेपर के रूप में अनिवार्य हो जाएगा। इसकी परीक्षा भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड विद्यार्थियों को स्किल बनाने पर फोकस कर रहा है। इसकी नीति 2020 नई शिक्षा नीति के तहत तैयार की गई है।
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