जेपीएससी मुख्य परीक्षा के परिणाम में आरक्षण का उल्लंघन : देवेंद्र
रांची के जेएलकेएम के उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ महतो ने जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा परिणाम में आरक्षण के उल्लंघन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 11 महीनों बाद परीक्षा परिणाम घोषित किया गया, जिसमें एसटी,...

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। जेएलकेएम के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ महतो ने जेपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के परिणाम में आरक्षण के उल्लंघन का और परीक्षाफल में मनमानी करने का आरोप लगाया है। रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि जेपीएससी की ओर से 11 माह बाद 20 मई को 11वीं से 13वीं सिविल सेवा परीक्षाफल प्रकाशन किया गया। परीक्षाफल प्रकाशन के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि परिणाम में एसटी, एससी, ओबीसी आरक्षण से छेड़छाड़ की गई है। इसमें नियम का उल्लंघन किया गया है। नियम में मुख्य परीक्षाफल से इंटरव्यू के लिए चयनित सूची में विज्ञापन के प्रावधान के अनुसार अनारक्षित कुल सीट की 2.5 गुना सूची तैयार की जानी थी।
अंतिम अभ्यर्थी का प्राप्त अंक अनारक्षित श्रेणी का कट ऑफ मार्क्स होगा और कट ऑफ मार्क्स से ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले किसी भी प्रकार के आरक्षण का लाभ नहीं लेने वाले आरक्षित श्रेणी के एसटी, एससी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, दिव्यांग सभी श्रेणी के आरक्षित अभ्यर्थी को शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विज्ञापन में प्रावधान के अनुसार सभी आरक्षित श्रेणी की कोटिवार प्रावधान सीट के अनुसार उसी कैटेगरी से 2.5 गुना अभ्यर्थियों को चयनित कर इंटरव्यू लिया जायेगा, लेकिन आयोग ने नियम का पालन नहीं किया। बिना कट ऑफ मार्क्स और मार्कशीट के मुख्य परीक्षाफल प्रकाशन कर इंटरव्यू की तिथि की घोषणा कर दी है। देवेंद्र नाथ महतो ने यह भी दावा किया है कि जिस दिन कट ऑफ मार्क्स जारी होगा, उस दिन और भी गड़बड़ी सामने आएगी। उन्होंने मांग की है कि सरकार और आयोग मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल आरक्षण और नियमावली का पालन करते हुए कोटिवार परीक्षाफल और कट ऑफ मार्क्स जारी करे।
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