विद्युत शवदाहगृह का एक भट्टा खराब, लौटाना पड़ा कोरोना संक्रमित का शव
रांची। वरीय संवाददाता हरमू स्थित मोक्षधाम (विद्युत शवदाहगृह)में एक भट्टे की जाली जलने से दूसरे भट्टे पर ही कोरोना संक्रमित की डेड बॉडी जलाने का लोड बढ़ गया है। शुक्रवार को देर शाम तक एक भट्ठा काम...
हरमू स्थित मोक्षधाम (विद्युत शवदाहगृह) की एक भट्ठी की जाली जलने से दूसरी भट्ठी पर ही कोरोना संक्रमित की डेड बॉडी जलाने का लोड बढ़ गया है। शुक्रवार को देर शाम तक एक भट्ठी काम नहीं कर रही थी। ऐसे में दूसरी भट्ठी पर कुल छह संक्रमित डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान एक डेड बॉडी को लेकर पहुंचे परिजन को बैरंग लौटना पड़ा, क्योंकि डीसी के परमिशन के बिना ही डेड बॉडी को जलाने के लिए परिजन मोक्षधाम पहुंच गए थे। मौके पर उपस्थित कर्मचारी ने मृतक का आधार कार्ड और प्रशासन की अनुमति से संबंधित कागजात की मांग की तो परिजनों ने देने में असमर्थता जताई। परिजनों ने बताया कि वे लोग औरंगाबाद के रहने वाले हैं। मृतक के पोते सुशील पाठक ने बताया कि उनके दादा उपेंद्र पाठक की मौत कोरोना की वजह से पांच अगस्त को हो गई थी, लेकिन कागजी प्रक्रिया पूरी करने और बॉडी लेने में ही तीन दिन का समय लग गया। जब शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मोक्षधाम पहुंचे तो यहां ताला लगा है। इस वजह से बॉडी वापस ले जाना मजबूरी है। इस संबंध में मारवाड़ी सहायक समिति के अध्यक्ष प्रदीप राजगढ़िया ने बताया कि जो भी संक्रमित डेड बॉडी पहुंच रही है, वह डीसी की अनुमति से ही आ रही है। कुछ लोग बिना कागजात और डीसी की अनुमति के ही बॉडी लेकर पहुंच रहे हैं। ऐसे लोगों को डीसी की अनुमति लेकर आने के लिए कहा गया है।
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