किसान पूरे विश्व के अन्नदाता और भूमि अन्न की है जन्मदाता : डॉ इंद्रजीत
गुरुवार को मांडू कृषि विज्ञान केंद्र में विश्व मृदा दिवस का आयोजन किया गया। डॉ इंद्रजीत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि भूमि अन्न की जन्मदाता है और मृदा की स्वास्थ्य जांच जरूरी है। डॉ धर्मजीत ने...
मांडू, निज प्रतिनिधि। कृषि विज्ञान केंद्र मांडू,रामगढ़ में गुरुवार को विश्व मृदा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ इंद्रजीत, डॉ धर्मजीत खेरवार एवं सन्नी कुमार ने संयुक्त रूप से कियाl मौके पर डॉ इंद्रजीत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान पूरे विश्व के अन्नदाता है और भूमि अन्न की जन्मदाता है l विश्व मृदा दिवस प्रतिवर्ष 5 दिसंबर को मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य मृदा के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना और मृदा संसाधनों के टिकाऊ प्रबंधन की ओर ध्यान केंद्रित करना है l कोई लाख प्रयास कर ले परंतु अनाज की पूर्ति किसानों के परिश्रम से ही हो पाती है। उन्होंने किसानों से मिट्टी की जांच कराने पर बल देते हुए कहा किसान मिट्टी के स्वास्थ्य की जांच के उपरांत ही फसल का चुनाव और उर्वरक की मात्रा का उपयोग करें। जिसके फलस्वरूप उन्हें कम लागत मे अधिक फसल उत्पादन भी प्राप्त हो सके। साथ ही भूमि के स्वास्थ्य पर अधिक उर्वरक प्रयोग के दुष्प्रभाव से बचा जा सके l डॉ धर्मजीत खेरवार ने किसानों से अंधाधुंध रसायनिक खाद और उर्वरक का प्रयोग नहीं करके संतुलित मात्रा में पोषक तत्वों के प्रयोग करने की बात कही। मृदा स्वास्थ्य की वृद्धि के लिए जैविक और प्राकृतिक खेती को अपनाने पर जोर दिया। केंद्र के सनी कुमार ने किसानों को प्रक्षेत्र का परिभ्रमण कराते हुए मिट्टी की जांच के लिए नमूना लेने का प्रयोगात्मक विधि का सही तरीका बताया। कार्यक्रम में केंद्र के शशिकांत चौबे और रोशन कुमार सहित जिले के 50 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
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