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बोले रामगढ़ः शेड और शौचालय की हो मुकम्मल व्यवस्था

रांची रोड सब्जी मार्केट में 150 से अधिक विक्रेता हैं, जिन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य समस्याएं हैं स्थान परिवर्तन, शेड, शौचालय और पानी की व्यवस्था का अभाव। विक्रेताओं का कोई...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामगढ़Sun, 16 Feb 2025 01:12 AM
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बोले रामगढ़ः शेड और शौचालय की हो मुकम्मल व्यवस्था

शहर के रांची रोड सब्जी मार्केट में करीब 150 की संख्या में सब्जी विक्रेता हैं। सभी नगर परिषद रामगढ़ की ओर से आवंटित भूखंड में टोकरी में रखकर व्यापार करते हैं। व्यापार से जुड़े अधिकांश व्यापारी 30-35 वर्ष से अधिक समय व्यतित कर चुके हैं। जिनकी समस्या पहले की तरह आज भी जस की तस है या कहे पहले से भी ज्यादा बढ़ गई है। इनकी सबसे प्रमुख समस्या है बार-बार स्थानों का परिवर्तन होना। साथ ही बाजार में शेड, शौचालय और पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है, इससे परेशानी होती है। रामगढ़। बाजार एक ऐसा स्थान है जहां विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का क्रय-विक्रय होता है। यह एक ऐसा मंच है जहां उत्पादक और उपभोक्ता एक दूसरे के साथ जुड़ते हैं और अपनी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इसमें कपड़ा, मनिहारी, राशन, मांस-मछली, सब्जी आदि दर्जनों सामग्री शामिल हैं। रांची रोड सब्जी मार्केट के विक्रेताओं से मिलकर हिन्दुस्तान अखबार ने उनकी समस्या जानी। इस बीच सब्जी खरीदने वाले ग्राहकों से भी बातचीत हुई। इस बीच सभी ने बेबाकी से अपनी -अपनी समस्याओं से अवगत कराया।

मंडी के समीप की सड़कों पर बाजार लगने से परेशानी : रांची रोड सब्जी बाजार के सामने ही सड़क में कई स्थानों पर सब्जी की दुकानें लगती हैं। ऐसे लोग सरकार को राजस्व भी नहीं देते हैं। साथ ही स्थानीय निकाय को टैक्स देकर व्यापार करने वाले के लिए भी बाधक बनते हैं। क्योंकि ग्राहकों का विकेंद्रीकरण हो जाता है। टैक्स अदा कर सब्जी बेचने वाले दुकानदारों को काफी परेशानी होती हंै। उनकी बिक्री घट जाती है। साथ ही बीच सड़क पर दुकानें चला रहे लोग दुर्घटना को आमंत्रित करते हैं।

वाहन पार्किंग की नहीं है व्यवस्था : रांची रोड सब्जी बाजार में प्रतिदिन 50 से अधिक छोटे-बड़े वाहन सब्जी लेकर पहुंचते हैं। जिन्हें पार्किंग संबंधित कोई सुविधा नहीं मिलती है। इस कारण सभी जैसे-तैसे वाहन खड़े कर देते हैं। इस कारण जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। खामियाजा सब्जी खरीदारी करने के लिए पहुंचे लोगों को उठाना पड़ता है। वहीं सब्जी खरीदारी के लिए पहुंचे ग्राहकों को भी वाहन खड़ा करने में काफी परेशानी होती है। यदि वे कहीं वाहन खड़ी कर सब्जी लेने चले जाते हैं तो उन्हें पीछे में वाहन खड़ा दिखता है। बाद में खुद का वाहन निकालने में उनका पसीना छूट जाता है।

वेंडर मार्केटिंग का हो निर्माण : बस स्टैंड के तर्ज पर रांची रोड में भी सब्जी विक्रेताओं के लिए वेंडर मार्केट का निर्माण किया जा सकता है। इससे सब्जी विक्रेताओं को काफी सहूलियत होगी। उन्हें प्रतिदिन सब्जी लेकर आने-जाने में अतिरिक्त भाड़ा का वहन करना पड़ता है। साथ ही इस प्रक्रिया में मेहनत भी काफी लगती है। यदि छावनी परिषद के तर्ज पर नगर परिषद रामगढ़ भी वेंडर मार्केट का निर्माण करें तो सब्जी विक्रेताओं को काफी सहूलियत होगी। सभी कोई का भाड़ा बचत के साथ सामान रखने में सुविधा होगी। साथ ही व्यापार करने में अधिक समय मिलेगा। अहले सुबह से देर शाम तक सभी अपने सामानों की खरीद बिक्री कर सकेंगे। इससे सब्जी विक्रेताओं की आमदनी में इजाफा होगा।

मार्केटिंग कांप्लेक्स का निर्माण होने से बढ़ेगा व्यापार : रांची रोड में मार्केटिंग कांप्लेक्स का निर्माण कर व्यापार को बढ़ावा दिया जा सकता है। अब तक वहां केवल सब्जी की खरीद-बिक्री होती है। यदि मार्केटिंग कांप्लेक्स का निर्माण हो तो अन्य व्यवसायियों को यहां बैठाया जा सकता है। इससे सभी के व्यापार में बढ़ावा होगा। साथ ही नगर परिषद रामगढ़ के राजस्व में वृद्धि होगी। इसके लिए नगर परिषद रामगढ़ के पास पर्याप्त भूखंड और आवंटन भी है। जिसका सदुपयोग कर विकास की गाथा लिखी जा

सकती है।

दस किमी तक दूर से आते हैं सब्जी विक्रेता : रांची रोड सब्जी मार्केट में अधिकतम 10 किमी तक दूर स्थान से सब्जी विक्रेता आते हैं। इसमें ज्यादातर दिगवार, बोंगावार, पोचरा आदि के व्यापारी शामिल हैं। जो पिछले 30 साल से अधिक समय से रांची रोड सब्जी बाजार से जुड़े हैं। सभी अब तक सब्जी मार्केट की व्यवस्था दुरुस्त होने का इंतजार में समय काट रहे हैं।

शेड नहीं होने से बारिश में होती है परेशानी

रांची रोड सब्जी विक्रेताओं की सबसे बड़ी परेशानी उनकी दुकान के लिए शेड नहीं होना है। शेड नहीं होने के कारण उन्हें गर्मी और बारिश में परेशानी होती है। यदि वे खुद के तिरपाल या प्लास्टिक से शेड लगाते हैं तो रात्रि में उन्हें हटाए जाने का डर होता है। साथ ही हल्की सी आंधी के दौरान सभी व्यवस्था धराशायी हो जाती है। ऐसे में शेड की आवश्यकता सबसे अधिक है। जिससे सभी धूप अथवा बरसात के दिनों में अपना व्यवसाय सुविधाजनक तरीके से कर सकें। इस पर अविलंब पहल की आवश्यकता है। लेकिन संगठन नहीं होने से इनकी मांग कोई सही जगह पर नहीं उठाता।

सब्जी विक्रेताओं का नहीं है कोई संगठन

आम तौर पर सभी वर्ग का अपना संगठन होता है। जो अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाते हैं। इसे लेकर सरकार के साथ पत्राचार किया जाता है। साथ ही जरूरत पड़ने पर विभागीय अधिकारियों से बातचीत कर समाधान का रास्ता निकालते हैं। लेकिन फल विक्रेताओं का आज तक कोई संगठन नहीं बना है। जो उनकी मांग और समस्याओं का उचित मंच पर ले जा सके। इसके लिए आज तक कोई पहल भी नहीं हुई। जबकि समीप में ही कई नेताओं का जमावड़ा लगता है। साथ ही समीप में ही कई बड़े नेताओं का मकान भी स्थित हैं।

अतिक्रमण के कारण सिकुड़ती जा रही है रांची रोड सब्जी मंडी

रांची रोड सब्जी मार्केट का संचालन नगर परिषद रामगढ़ कर रही है। यह वार्ड 7 अंतर्गत केशर-ए-हिन्द में आती है। जिसका खाता संख्या 98 प्लॉट संख्या 975 कुल रकबा 4.50 एकड़ है। नगर परिषद रामगढ़ को कुल 1.65 एकड़ भूमि बाजार संचालन के लिए मिला है। लेकिन वर्तमान समय में मात्र 20 डिसमिल में ही सब्जी मार्केट लग रहा है। इस लिहाज से देखें तो रांची रोड सब्जी मंडी का सबसे बड़ा व्यवधान अतिक्रमण है। यहां गैरेज, टायर वाले जमीन अतिक्रमित भूमि पर संचालन कर रहे हैं।

इस कारण सब्जी मार्केट सिकुड़ सा गया है। जो वास्तविक भूमि के 15 फीसदी से कम भूखंड में संचालित होने को बाध्य है। पूर्व में जिला प्रशासन ने सख्ती अपनाते हुए जमीन को पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त किया था। जिसका नगर परिषद रामगढ़ ने जेसीबी के सहारे समतलीकरण किया। साथ ही सफाई व्यवस्था बहाल कर सब्जी विक्रेताओं के बैठने की व्यवस्था बनाई। लेकिन कुछ दिनों में अतिक्रमणकारियों ने फिर से नगर परिषद को आवंटित भूमि पर कब्जा कर लिया। जिस कारण सब्जी विक्रेताओं को सड़क के समीप दुकानें लगानी पड़ रही है। इससे दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। इसकी जवाबदेही लेने के लिए कोई तैयार नहीं है।

सब्जी विक्रेताओं के द्वारा समझाने पर अतिक्रमणकारी झगड़ा करने को उतारु हो जाते हैं। इस कारण दोनों के बीच तनाव की स्थिति भी बनी रहती है।

बाजार में पानी की व्यवस्था नहीं

रांची रोड स्थित सब्जी बाजार में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे स्थिति में सब्जी विक्रेताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। वे सिर्फ एक या दो लीटर घर से पीने का पानी लाते हैं। उसी के सहारे पूरे दिन का गुजारा कर लेते हैं या फिर खरीदकर पानी पीना पड़ता है। जिसके खर्च का वहन करना काफी मुश्किल भरा होता है। वहीं सब्जी खरीदने के लिए पहुंचे ग्राहकों को भी पानी के बिना काफी परेशानी होती है। जिन्हें पानी खरीदने पर सब्जी का बजट भाग जाता है।

शौचालय का भी है अभाव

रांची रोड सब्जी बाजार में 150 की संख्या में सब्जी विक्रेता हैं। जिनसे खरीदारी करने करीब 1500 से 2000 ग्राहक पहुंचते हैं। इन महिलाओं के लिए इसके आसपास में प्रशासन की तरफ से किसी तरह के शौचालय का इंतजाम नहीं है। महिलाओं को शौचालय के लिए परेशान होना पड़ता है। जिनका घर पास में है वे तो किसी तरह एडजस्ट कर लेती हैं, जिनका नहीं है, उन्हें शौच के लिए निजी केंद्र में जाना पड़ता है। इसके लिए उन्हें पैसे का भुगतान करना पड़ता है। वह भी काफी दूर स्थित है, जहां से आने-जाने में काफी परेशानी होती है।

शिकायतें

1. शहर में सड़क पर अतिक्रमण के कारण सब्जी बाजार सिकुड़ते जा रहा है।

2. सब्जी विक्रेताओं के लिए शेड नहीं होने के कारण धूप और बारिश में होती है परेशानी।

3. दो स्थानों पर सब्जी बाजार लगने से ग्राहक बंटते हैं

और कमाई नहीं होती।

4. रांची रोड सब्जी मार्केट में विक्रेताओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है।

5. रांची रोड सब्जी मार्केट में पानी की व्यवस्था नहीं है,पानी की खुद व्यवस्था करनी पड़ती है।

सुझाव

1. रांची रोड सब्जी बाजार को अतिक्रमणमुक्त कर फैलाव सुनिश्चित किया जाए।

2. सब्जी विक्रेताओं के लिए शेड का निर्माण कर धूप और बारिश से बचाव किया जाए।

3. अन्यत्र स्थानों पर सड़क पर लोगोंे को सब्जी बिक्री करने से रोका जाए।

4. सब्जी मार्केट में शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए।

5. सब्जी मार्केट में पानी की व्यवस्था के लिए मीनी जलमीनार का अधिष्ठापन होना चाहिए।

रांची रोड सब्जी मंडी की जिम्मेवारी हाल ही में नगर परिषद रामगढ़ को मिली है। इसके बाद व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत हाईमास्ट लाइट लगाई गई है। साथ ही सब्जी मंडी की नियमित सफाई कराई जाती है। इसके अलावा अन्य सुविधा बहाल करने का भी प्लान तैयार किया जा रहा है। -राजीव रंजन, सिटी मैनेजर, नगर परिषद रामगढ़

सब्जी मार्केट का जिम्मा नगर परिषद को मिला है। पूरा भूखंड वार्ड 7 में आता है। पहले बाजार दूसरे स्थान पर लगता था। जिसे अशोक सिनेमा के समीप स्थानांतरित किया गया है। इसके विकास में नगर परिषद का चुनाव नहीं होना बड़ी बाधक है। क्योंकि करीब दो वर्ष पूर्व ही बोर्ड भंग हो चुका है।

-अनिल गुप्ता, निवर्तमान पार्षद, वार्ड नंबर 7, नगर परिषद रामगढ़

नगर परिषद क्षेत्र के रांची रोड में यह सब्जी मंडी संचालित है। यहां सब्जी खरीदने वालों के लिए वाहन खड़ा करने का कोई व्यवस्था नहीं है। कई बार इसके कारण सड़क पर जाम लग जाता है। - गणेश करमाली

हर रोज सुबह लगभग 5:00 बजे अपने घर से यहां सब्जी बेचने आती हूं। नगर परिषद ने हम लोगों के लिए कोई भी नागरिक सुविधा उपलब्ध नहीं कराया है। इस कारण काफी परेशानी होती है। - सुशीला देवी

मेरे जैसी दर्जनों महिलाएं अपने उपज को बेचने के लिए यहां पर आती हैं। नगर परिषद का संवेदक शुल्क वसूल तो करता है। पर हमें शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है। - अल्खी देवी

सब्जी मंडी में सुविधाओं का अभाव है। बाजार में सब्जी बेचकर ही हमारे परिवार का गुजर बसर होता है। गर्मी के दिनों में हमें धूप में ही बैठकर दिनभर सब्जी बेचाना पड़ता है।

- सुनीता देवी

सब्जी मंडी से करीब 8 किमी दूर दिगवार से अपने उपजाई फसल की बिक्री यहां पर करती हूं। सब्जी विक्रेताओं के लिए यहां पर शेड आदि की सुविधा नहीं है। जिसके कारण परेशानी होती है। - अनिता देवी

नगर परिषद अपने क्षेत्र में सब्जी बेचने देने के लिए हमसे शुल्क लेती है पर इसके एवज में व्यवस्था के नाम पर हमें कोई सुविधा नहीं दी जाती है। मंडी में सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। - संतोष महतो

नगर परिषद सिर्फ शुल्क की वसूली कर रहा है। पेयजल और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। सुविधाएं नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है।

- अविनाश सिंह

सब्जी विक्रेताओं से नगर परिषद के निर्धारित शुल्क लेती है। रात में सब्जी विक्रेताओं और ग्राहकों की परेशानी को देखते हुए नगर परिषद ने हाल में ही हाई मास्ट लाइट लगवाया है। - जितेंद्र मिश्रा

सब्जी मंडी में पेयजल और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। बड़ी संख्या में महिलाएं यहां पर सब्जी बेचतीं हैं। ऐसे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। - अमिता श्रीवास्तव

इस मंडी में शेड का निर्माण किया जाना चाहिए। जिससे गर्मी, बरसात में विक्रेताओं और ग्राहकों को भी लाभ मिल सके। पार्किंग की व्यवस्था होने से जाम से भी छुटकारा मिलेगा। - नितेश तिवारी

मंडी में किसान अपनी सब्जियां लेकर आते हैं और बिक्री करते हैं। नप यदि किसानों के लिए सुविधा उपलब्ध कराये तो यह सब्जी मंडी रोजगार का बेहतरीन विकल्प बन सकता है। -सोनू दुबे

स्थानीय ग्रामीण किसानों के लिए यह सब्जी मंडी अपनी फसल को बेचने के लिए बेहतर अवसर देता है। पहले बेचने रामगढ़ जाते थे पर अब यहीं सब्जी बेचते हैं। लेकिन यहां सुविधाओं की कमी है। - नंदकिशोर महतो

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