पहलगाम हमले के 3 दिन पहले PM मोदी को भेजी गई थी इंटेलिजेंस रिपोर्ट, कश्मीर दौरा कर दिया था कैंसिल: खरगे का बड़ा दावा
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि हमले के तीन दिन पहले ही पीएम मोदी को एक खूफिया रिपोर्ट भेजी गई थी और उस रिपोर्ट के बाद उन्होंने अपना कश्मीर दौरा केंसिल कर दिया।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि हमले के तीन दिन पहले ही पीएम मोदी को एक इंटेलिजेंस रिपोर्ट भेजी गई थी और उस रिपोर्ट के बाद उन्होंने अपना कश्मीर दौरा केंसिल कर दिया था।
झारखंड के रांची में संविधान बचाओ रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम हमले को इंटेलिजेंस फेलियर बताया। उन्होंने कहा, सरकार ने इसे माना है और वे इसमें सुधार करेंगे। उन्होंने कहा, अगर उन्हें यह पता था, तो उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया? मुझे जानकारी मिली है कि हमले से 3 दिन पहले, प्रधानमंत्री मोदी को एक खुफिया रिपोर्ट भेजी गई थी और इसलिए उन्होंने कश्मीर जाने का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया था। मैंने यह एक अखबार में भी पढ़ा।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया कि जब इंटेलिजेंस आपकी सुरक्षा के लिए ये कहते है कि वहां जाना सही नहीं है तो आप ने वह बात आम लोगों की सुरक्षा के लिए वहां के बॉर्डर फोर्स, पुलिस को क्यों नहीं कही। केंद्र ने आतंकी हमले पर खुफिया रिपोर्ट होने के बाद भी पहलगाम में अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात क्यों नहीं किए।
केंद्र सरकार ने खुद माना ये इंटेलिजेंस फेलियर: खरगे
खरगे ने आगे कहा, 22 अप्रैल को देश में एक बहुत बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 बेगुनाह लोग मारे गए। इस मामले में सरकार ने माना कि ये इंटेलिजेंस फेलियर है और इसे सुधारने की जरूरत है। जब सरकार को इंटेलिजेंस में कमी की जानकारी थी, तो पहले ही अच्छी व्यवस्था क्यों नहीं की गई? इसी के साथ उन्होंने कहा, जब केंद्र ने खुफिया नाकामी स्वीकार की है तो क्या पहलगाम हमले में लोगों की मौत के लिए उसे जवाबदेह नहीं ठहराया जाना चाहिए।
हालांकि उन्होंने ये भी कहा, कांग्रेस पार्टी ने सरकार से कहा है कि आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ इस लड़ाई में हम पूरी तरह से उनके साथ हैं। अगर सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी कदम उठाती है, तो हम उनके साथ खड़े हैं।
नाम और धर्म पूछकर लोगों को मारी थी गोली
बता दें, जम्मू-कश्मीर के मिनी स्वीटजरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम में आतंकियों ने वहां घूमने गए लोगों को उनका नाम और धर्म पूछकर गोली मारी थी। खबर है कि कई लोगों को कलमा पढ़ने के लिए भी कहा गया। जो लोग कलमा नहीं पढ़ पाए, उनकी हत्या कर दी गई। इस भयावह घटना में 26 लोगों की मौत हुई जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी समूहों को इस घटना के पीछे जिम्मेदार बताया है। ऐसे में भारत-पाकिस्तान के बीच काफी तनाव बना हुआ है। केंद्र सरकार अब तक पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े एक्शन ले चुकी है। इस बीच केंद्र सरकार ने देश के 244 स्थानों पर 7 मई को मॉक ड्रिल का ऐलान किया है। पहलगाम हमले के बाद इस कदम को काफी अहम माना जा रहा है।