शहीद महिमानंद शुक्ला को दी गई अंतिम विदाई
मेदिनीनगर में शहीद हवलदार महिमानंद शुक्ला को हजारों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी। उनके 15 वर्षीय पुत्र रिशु ने मुखाग्नि दी। सीआरपीएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। महिमानंद शुक्ला का निधन नक्सल...
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मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। शहीद हवलदार महिमानंद शुक्ला को हजारों लोगों ने नम आंखों से भावभीनी विदाई दी। अंत्येष्टि स्थल अमानत नदी के तट पर उपस्थित होकर शिक्षक परशुराम तिवारी,अधिवक्ता देव कुमार शुक्ला,सेवानिवृत्त शिक्षक विनोद शुक्ला, त्रिपुरारी शुक्ला व सुरेन्द्र शुक्ला ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। 15 वर्षीय पुत्र रिशु कुमार ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। सीआरपीएफ के जवानों की टुकड़ी ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शहीद महिमानंद शुक्ला का दोनों पैर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा,नक्सल विरोधी अभियान के क्रम में आईईडी विस्फोट से उड़ गया था। अथक प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। जवान महिमानंद शुक्ला लेस्लीगंज प्रखंड के कमलकेड़िया गांव के निवासी थे। शिक्षक परशुराम तिवारी ने अंत्येष्टि में भाग लेने के बाद बताया कि गांव व क्षेत्र के लोग उनके असमय निधन पर शोकाकुल हैं। मगर उन्हें इस बात का गर्व भी है कि अमर शहीद नीलांबर-पीतांबर की शान को अक्षुण्ण रखते हुए उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देकर हमारा मस्तक उंचा किया है।
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