स्ट्रीट वेंडरों की समस्या नहीं हो रही दूर, अक्सर हटाए जाने को लेकर रहते हैं आशंकित
पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में फुटपाथ वेंडरों के लिए कोई विशेष क्षेत्र विकसित नहीं किया गया है, जिसके कारण वे फुटपाथ पर अपनी दुकानें लगाते हैं। इससे जाम की समस्या बढ़ रही है और दुर्घटनाओं का खतरा...
इंट्रो-पलामू जिला मुख्यालय सिटी मेदिनीनगर में फुटपाथ वेंडर के लिए अबतक कोई जोन विकसित नहीं किया जा सका है। इसके कारण सब्जी, फल, छोटे इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम में विक्रेता फुटपाथ पर ही दुकान लगाकर अपना कारोबार करते हैं। मेदिनीनगर के मुख्य चौराहा छहमुहान से निकलने वाली सभी छह सड़कों में फुटपाथ पर दिनभर दुकान सजाकर स्ट्रीट वेंडर ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं जिससे जाम की समस्या बढ़ती है। साथ ही दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। जाम की समस्या गहरा जाने पर जिला प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर स्ट्रीट वेंडर को हटा देते हैं जिससे हफ्तों तक उन्हे बगैर कारोबार के रहना पड़ना है। स्ट्रीट वेंडरों को व्यवस्थित करने की दिशा में दर्जनों बार प्रयास किया जा चुका है परंतु अबतक समाधान नहीं निकल सका है। इसका काफी मलाल स्ट्रीट वेंडरों को है। अखिलेश और अरूण की रिपोर्ट।
मेदिनीनगर, हिन्दुस्तान टीम। पलामू जिला मुख्यालय सिटी मेदिनीनगर का लगातार विस्तार होता जा रहा है। आबादी बढ़ने के साथ-साथ स्ट्रीट वेंडर की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। पहले केवल मुख्य बाजार में स्ट्रीट वेंडर फुटपाथ पर दुकान सजाकर कारोबार करते थे। परंतु अब स्ट्रीट वेंडर पूरे शहर में फैल चुके हैं। मेदिनीनगर मुख्य शहर के पंचमुहान, इंजीनियरिंग रोड, बाटा रोड, श्रृंगार स्टोर रोड, धर्मशाला रोड, जिला स्कूल रोड, प्राइवेट बस स्टैंड रोड, मेन रोड, थाना रोड, बैरिया चौक, रेड़मा चौक, रेलवे स्टेशन चौक, सदीक मंजिल चौक, बेलवाटिका चौक, अस्पताल चौक, कनीराम चौक, यहां तक की अब कोयल नदी तट पर भी बड़ी संख्या में स्ट्रीट वेंडर अपनी दुकान सजाकर कारोबार करने लगे हैं।
मेदिनीनगर शहर के विष्णु मंदिर रोड और श्रृंगार स्टोर रोड में करीब एक साल पहले तक सब्जी के थोक कारोबारी सड़क पर दुकान सजाकर सुबह में कारोबार करते थे जिसके कारण जाम की समस्या बढ़ती जा रही थी। बड़ी विवाद के बाद नगर निगम प्रशासन ने सब्जी विक्रेताओं को वहां से हटाकर सरकारी बस डिपो में व्यवस्थित करने का प्रयास किया परंतु स्ट्रीट वेंडरों को यहां भी राहत नहीं मिल सकी। अपनी समस्या साझा करते हुए स्ट्रीट वेंडर ने कहा कि सरकारी बस डिपो में स्थान की काफी कमी है। गाड़ियों के आने-जाने पर परेशानी बढ़ जाती है। प्राइवेट बस के कारण काफी परेशानी होती है। मेन रोड में आवागमन का दबाव बढ़ने पर सब्जी आदि लेकर आने वाली स्ट्रीट वेंडरों की गाड़ियां भी जाम में फंस जाती है। इसके कारण उन्हे काफी चुनौती का सामना करना पड़ता है। स्ट्रीट वेंडरों को अपनी सामान सुरक्षित रखकर शाम में घर जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इसके कारण उन्हें खुले में सामान को प्लास्टिक आदि से पैक कर घर जाना पड़ता है। सामानों की सुरक्षा के लिए अपने स्तर से गार्ड भी रखना पड़ता है। इसके लिए अलग से भुगतान करना पड़ता है।
स्ट्रीट वेंडरों ने बताया कि बड़ा तालाब के पास थाना परिसर के बगल में वेंडर जोन बनाने की पहल करीब दो दशक पहले शुरू हुई थी परंतु वह आकार नहीं ले सका। ऐसा नहीं है कि शहर के सरकारी स्तर पर पर दुकान नहीं बनाई गई है परंतु उनके आवंटन भी स्ट्रीट वेंडर को प्राथमिकता नहीं दी गई जिसके कारण चुनौती बढ़ती ही गई और अब समस्या विकराल आकार ले चुका है। मेदिनीनगर नगर निगम की गत बोर्ड ने भी वेंडर जोन बनाने की दिशा में पहल की। वेंडरों की बैठक कई बार कर निदान निकालने की पहल भी की गई परंतु अबतक समाधान नहीं निकल सका है। प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के साथ बैठक में नगर आयुक्त जावेद हुसैन और उपविकास आयुक्त शब्बीर अहमद ने स्ट्रीट वेंडर की समस्याओं का निदान निकलने के लिए जनवरी में बड़ी पहल करने की बात कही थी, थोड़ी पहल हुई भी परंतु निदान नहीं निकल सकता है।
सड़क किनारे और बस स्टैंड में सब्जी, फल आदि का कारोबार करने वाले व्यवसायियों ने कहा कि जिला प्रशासन थोक सब्जी विक्रेताओं को बाजार समिति में शिफ्ट करे। साथ ही सड़क किनारे वर्षो से दुकान लगाकर कारोबार करने वालों के लिए वेंडर जोन बनाकर शिफ्ट करे ताकि बार-बार अतिक्रमण हटाओ अभियान में अपना कारोबार गंवाने वालों को राहत मिल सके। साथ ही जाम के कारण आम जनता का कोपभाजन भी उन्हें नहीं बनना पड़े।
1. स्ट्रीट वेंडर के लिए सबसे पहले शेड बनाकर आवंटित किया जाए ताकि कम से कम वे बारिश, ठंड व धूप के समय अपने सामानों को सुरक्षित रखकर कारोबार कर सकें। साथ ही शाम में उसे सुरक्षित तरीके से पैक करने के बाद घर जा सकें। स्ट्रीट वेंडरों की सूची बनाकर उन्हे स्थान उपलब्ध कराया जाए।
2. सड़क के किनारे खाली जगह को भी व्यवस्थित कर स्ट्रीट वेंडर को उसे उपलब्ध कराया जाए। इससे अव्यवहारिक तरीके से फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों को नियंत्रित किया जा सकेगा और जाम की समस्या भी उत्पन्न नहीं होगी।
3. स्ट्रीट वेंडर के लिए व्यवस्थित तरीके से जोन विकसित किया जाए। साथ ही जोन विकसित करने की पहल तेजी से की जाए ताकि कई दशकों से वेंडर जोन के लिए तरस रहे छोट-छोटे स्ट्रीट वेंडर को जीने-खाने के लिए रास्ता मिल सके।
4. बाजार समिति के खाली पड़े बड़े हिस्से में बड़े कारोबारियों को शिफ्ट किया जाए। इससे बाजार समिति परिसर का विकास होगा और मुख्य बाजार पर स्ट्रीट वेंडर का बढ़ने दबाव से भी थोड़ी राहत मिलेगी। इससे स्ट्रीट वेंडर भी व्यवस्थित होंगे और पूरी ताकत के साथ कारोबार कर सकेंगे।
0कोट
पुरानी बस डिपो में सब्जी व्यापारी को गाड़ी लगाने में परेशानी होती है। साथ ही शहर के बीचों बीच होने के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है।...लियाकत हुसैन
निगम ने थोक सब्जी बाजार के लिए बस डिपो का स्थान निर्धारित किया है। यहां सब्जियों की बड़ी गाड़ी लगाने में बहुत परेशानी होती है। बस भी लगती है इस कारण सब्जी व्यापारियों को बहुत परेशानी होती है।...नसीम राईन
पलामू जिला में थोक सब्जी फल के लिए कोई स्थाई जगह नहीं है। नगर निगम यहां वहां करते रहता है। स्थाई मंडी नहीं होने से थोक व्यापारियों को बस डिपो में काम चलाना पड़ रहा है। इसका स्थाई समाधान होना चाहिए।...मोहम्मद इरशाद
जिला प्रशासन ने जो स्थान ठोक सब्जी मंडी के लिए उपलब्ध कराया है। वहां पर्याप्त जगह नहीं होने से बहुत परेशानी होती है। एक साथ दो तीन बड़ी गाड़ियों को लगाकर माल अनलोड करने में भी परेशानी होती है।...सोनू अहमद
बस डिपो ठीक सब्जी मंडी के लिए अच्छा नहीं है। नगर निगम को टैक्स देने के बाद भी इसकी सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं किया है। सफाई भी नियमित नहीं होने से चारों तरफ गंदगी लगा रहता है।...मोहम्मद इकबाल
सब्जी और फल व्यवसाय के लिए मुख्य बाजार बाजार समिति है। लेकिन जिला प्रशासन के उदासीनता के कारण अभी तक बाजार समिति में स्थानांतरित नहीं किया गया है।...गुड्डू राईन
बस डिपो मंडी में सब्जियों की सुरक्षा के लिए कोई प्रबंध नहीं है। सब्जियों को खुले में रखना पड़ता है। हरी सब्जियों को खुले में रखने से बहुत बर्बाद होता है। माल बच जाने के बाद रात में चोरी भी हो जाती है।...मो. मोहिउद्दीन
मंडी में सब्जियों को रखने के लिए कोई सुविधा नहीं है। समय से सब्जियां नहीं बिकने पर यहां छोड़ना पड़ता है। साथ ही कोई सेड नहीं है जहां सब्जियों को व्यवस्थित रखा जा सके। इस कारण सब्जियों को आने पौने दामों में बेचना पड़ता है या तो फेकना पड़ता है।...दानिश खान
बस डिपो में जगह नहीं होने के कारण व्यापारी नहीं आते हैं। सरकार की ओर से भी कोई पहल नहीं किया जा रहा है। जाम की स्थिति बनी रहती है। असामाजिक लोग पूरे क्षेत्र में शराब पीकर बोतल छोड़ देते हैं। इसके लिए कई बार झगड़ा भी हो जाता है।...असगर अली
सब्जी मंडी में पानी की सुलभता नहीं है। शौचालय की बराबर सफाई नहीं होती है। चारों तरफ गंदगी होने के कारण दुर्गंध फैल रहता है। साथ ही असमाजिक लोग का जमावड़ा हमेशा रहता है। सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं है।...शहजाद राईन
पलामू की अधिकांश आबादी सब्जियों के उत्पादन में लगा है लेकिन इसके व्यापार के लिए कोई बड़ी मंडी नहीं है साथ ही इस ओर प्रशासन भी सकारात्मक कदम नहीं उठा रहा है। इस कारण बहुत परेशानी होती है।...सदाम हुसैन
सब्जी व्यापारियों के लिए बस डिपो में बहुत परेशानी होता है। यहां जगह सीमित है। इतने जगह में सब्जियों की व्यापार संभव नहीं है। लेकिन मजबूरी में यहां व्यवसाय करना पड़ रहा है।13. लड्डू - शहर के बीच में मंडी होने से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। कई बार घंटों जम लगी रहती है। जाम के कारण सब्जी व्यवसाई को नुकसान उठना पड़ता है।...बिहारी भाई
बरसात के दिनों में सब्जियों को रखने के लिए कोई साधन नहीं है। खुले में सब्जियों को रखने पर बर्बाद हो जाता है। इस कारण काफी नुकसान सहना पड़ता है।...राजा असरफी
बस डिपो में सब्जी मंडी होने से बहुत परेशानी होती है। सब्जी बाहर रखना पड़ता है। माल बच जाने के बाद उसकी सुरक्षा खुद करना पड़ता है। खुद सुरक्षा नहीं करने पर सब्जियों को चोरी हो जाती है। निगम केवल टैक्स ले रही है लेकिन सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं किया है।...मोहम्मद असलम
फल व्यवसाय के लिए शहर में कोई निश्चित नहीं दिया गया है। सड़क के किनारे गाड़ियों को लगाकर माल उतारना पड़ता है। इस कारण हमेशा जाम लग जाता है। फल की बिक्री के लिए हमेशा भटकते रहना पड़ता है।...मो. आजाद
शहर में सब्जी मंडी के लिए कोई निश्चित स्थान नहीं है। वर्तमान में बस डिपो में थोक सब्जी मंडी चल रहा है। यहां बहुत परेशानी होता है। पिछले दो साल से बाजार समिति बैरिया में जगह के लिए जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं। कई बार आवेदन भी दिए हैं लेकिन इस पर कोई सकारात्मक पहला नहीं किया गया है। पलामू से अलग कर गढ़वा जिला बनाया गया जहां थोक सब्जी बाजार के लिए बाजार समिति में स्थान मिला हुआ है लेकिन पलामू में कोई स्थान नहीं है।...रौशन चौरसिया
शहर में यातायात की व्यवस्था नहीं है। सब्जी और फल के ठोक बाजार के लिए कोई स्थाई जगह नहीं है। थोक व्यापार के लिए निगम ने बस डिपो दिया है जहां सुबह के नौ बजे तक ही बाजार करने का आदेश है। इसके बाद बाजार खाली कर दना होता है। थोक सब्जी फल व्यवसाई को इस कारण बहुत नुकसान हो जाता है।...राकेश कुमार सिंह
समस्याएं
1. मुख्य बाजार से सरकारी बस डिपो परिसर में स्थानांतरित करने के बावजूद परेशानी बनी हुई है।
2. शहर में यातायात व्यवस्थित नहीं होने से सब्जी, फल आदि की गाड़ियों के आने-जाने में परेशानी होती है।
3. सब्जियों व फलों को सुरक्षित रखने के लिए अबतक स्थान उपलब्ध नहीं हुआ।
4. सुरक्षा का कोई प्रबंध अबतक नहीं है।
5. शेड नहीं होने से बरसात में सब्जी, फल आदि बर्बाद हो जाता है।
निदान
1. प्रशासन स्ट्रीट वेंडर के लिए शीघ्र वेंडर जोन का निर्माण कराए।
2. सड़क के किनारे दुकान लगाने वालों के लिए सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया जाए।
3. मुख्य बाजार क्षेत्र के खाली जगह पर शेड बनाकर स्ट्रीट वेंडर को उपलब्ध कराया जाए।
4. बाजार समिति में भी स्ट्रीट वेंडरों के लिए शेड आदि की व्यवस्था कर बाजार स्थानांतरित की जाए।
5. स्ट्रीट वेंडरों को प्रोत्साहन के लिए बैंक से छोटे लोन सहजता से दिलवाया जाए।
फोटो--
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।