धान अधिप्राप्ति केंद्र संचालकों ने सौंपा ज्ञापन, कहा बर्बाद हो रहा है धान
पलामू जिले के धान अधिप्राप्ति संचालकों ने उपायुक्त को पत्र लिखकर धान उठाव की मांग की है। गोदामों में धान का उठाव न होने से उसकी नमी कम हो रही है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। चूहों के कारण भी...

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू जिला के धान अधिप्राप्ति संचालकों ने सोमवार को पलामू के उपायुक्त को पत्र लिखकर धान उठाव कराने की मांग की है। गोदाम से धान उठाव नहीं होने से धान की नमी कम होने लगा है। इससे संचालकों और किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। चूहे भी धान बर्बाद कर रहे हैं। पत्र में संचालकों ने उल्लेख किया है कि पलामू जिला में 15 दिसंबर 2024 से धान अधिप्राप्ति का कार्य चल रहा है। जिले के सभी धान अधिप्राप्ति केंद्रों पर लक्ष्य के अनुसार धान की खरीद हो रहा है। लेकिन धान की उठाव नहीं होने के कारण धान से गोदाम भरा हुआ है। लगातार तापमान बढ़ने के कारण धान सूख रहा है। धान सूखने के कारण वजन लगातार कम हो रहा है। संकल्प के अनुसार 17 फीसदी नमी तक किसान से धान खरीदने का प्रावधान है। लेकिन गर्मी के कारण वर्तमान में धान की नमी 13-14 फीसदी हो गया है। इससे धान घटने लगा है। धान की उठाव नहीं होने से किसानों का भुगतान लंबित है।
पैक्स संचालकों के अनुसार प्रावधान के अनुसार धान बिक्री के 24 घंटे में भुगतान किया जाना है लेकिन किसानों को एक महीना बिताने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। जिले के किसानों को द्वितीय किस्त गिने चुने किसानों को ही मिला है। भुगतान नहीं होने के कारण परेशान होकर किसान संचालकों पर धान उठाव के लिए दबाव बना रहे हैं। विभाग के लापरवाही के कारण धान बर्बाद हो रहा है। चूहा बोरा और धान दोनों को नुकसान कर रहे हैं। इससे संचालकों को नुकसान हो रहा है। संचालकों ने उपायुक्त को धान उठाव के लिए अनुरोध किया है।
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