पूर्ववर्ती छात्रों ने स्कूल में बिताये पलों को याद कर हुए तरोताजा
पलामू जिला स्कूल के 1972 बैंच के छात्रों ने पुरानी यादों को ताजा किया। एलुम्नाय मीट में लगभग 30 रिटायर छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना की गई और 15,000 रुपए...

मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू जिला स्कूल के 1972 बैंच के छात्रों ने पुरानी यादों को एक-दूसरे से साझा कर तरोताजा हो गए। पलामू जिला स्कूल-1972 एलिम्युनी एसोसिएशन के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया। अल्युम्नाय मीट में 1972 बैंच के करीब 30 छात्र शामिल हुए, जो उंच्चे पदों पर नौकरी करने के बाद अब रिटायर हो चुके हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय (जिला स्कूल) के छात्र-छात्राएं भी इस पल का गवाह बनें। पूर्ववर्ती छात्रों ने स्कूली बच्चों के द्वारा प्रस्तुत की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम को सराहते हुए 15 हजार रुपए भी छात्र-छात्राओं के बीच वितरण करने के लिए प्राचार्य रोहित तिवारी को पूर्ववर्ती छात्रों ने दिया। आईआरपीएफएस के चीफ सेफ्टी कमिशनर पद से रिटायर हरांनद ने कहा कि उस समय के शिक्षक काफी सख्त होते थे, परंतु ह्दय से काफी नरम होते थे। उन्होंने कहा कि उस समय जिला स्कूल में नाम लिखा जाना अपने आप में बड़ी बात होती थी। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीवन में अनुशासन जरूरी है। इस कारण हमेशा अनुशासन तरीके के जीवन को जीना चाहिए। रिटायर प्राध्यापक डॉ महेंद्र राम ने कहा कि उनके समय में जिला स्कूल नेतरहाट स्कूल के बाद दूसरे स्थान पर आता था। उन्होंने उस समय के शिक्षक रिषीकेश पांडेय को याद करते हुए कहा कि वे हिंदी के शिक्षक थे। वे उनसे खिचड़ी, बरसाती जूता जैसे विषयों पर लेख लिखाते थे। उन्होंने कहा कि महगी भाषा में सभी छात्र बात करते थे, परंतु एक छात्र रतन कुमार लामा था, जो अंग्रेजी फर्राटेदार बोलता था, उन्होंने उस छात्र से अंग्रेजी बोलने को सीखा, जो उन्हें भविष्य में काफी काम आया। कई छात्रों ने स्कूल में किये जाने वाले शरारतों के बारे में याद करते हुआ कहा कि जब भी कोई सीनेमा बदलता था,जो पहला शो देखने के लिए कई तरह के बहाना बनाकर स्कूल से भाग जाते थे। पूर्ववर्ती छात्रों ने उपस्थित छात्रों ने कहा कि इस स्कूल का अपना गरिमा है,इस कारण इस गरिमा बना रहे, इसकी जवाबदेही वर्तमान समय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के उपर है। कार्यक्रम में प्रभात अग्रवाल, हिमांशु कुमार सिंह,अशफाक अहमद, विनोद सिन्हा, रत्नेश कुमार सिंह, विजय गर्ग, आलोक वर्मा, अशोक साहनी, सीताराम सिंह, विनय कुमार सिन्हा समेत कई 1972 बैच के कई पूर्ववर्ती छात्र उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।