लोकतंत्र की मजबूती में महिलाओं की अहम भूमिकाः डीसी
पलामू जिले में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हुए माताओं, युवतियों और बच्चियों को सशक्त बनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए। उपयुक्त शशि रंजन ने महिलाओं के योगदान को याद करते हुए योजनाओं का लाभ...

मेदिनीनगर, हिन्दुस्तान टीम। पलामू जिले में शहर लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हुए माताओं, युवतियों, किशोरियों और बच्चियों को निर्भिक होकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। विभिन्न संस्थाओं ने महिलाओं को सम्मानित भी किया। ग्रामीण विकास विभाग के पलाश-झारखंड लाईवलीहुड प्रोमोशन सोसाईटी ने मेदिनीनगर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर भवन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हुए फूलो झानों आशीर्वाद सम्मेलन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि उपयुक्त शशि रंजन, विशिष्ट अतिथि उप-विकास आयुक्त शब्बीर अहमद, एसपी रीष्मा रमेशन, अनुमंडल पदाधिकारी सुलोचना मीणा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नेता चौहान आदि ने महिला सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए इसका अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
उपायुक्त ने कहा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमेशा महिलाओं की ओर से समाज में दिए गए योगदान, उनके संघर्ष तथा उनके सामने आने वाली चुनौतियों की याद दिलाता है। महिलाएं हम सभी के लिए खास हैं। प्रत्येक घरों में महिलाओं के संघर्ष की अपनी-अपनी कहानी है। गुड गवर्नेंस व लोकतंत्र की मजबूती में महिलाओं की अहम भूमिका है। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं के लिए भेजे गए संदेश को पढ़कर सुनाया। पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने सभी उपस्थितों को शपथ दिलाई। फूलो झानो आर्शीर्वाद अभियान से संबंधित एक लघु फिल्म भी दिखाया गया। जेएसएलपीएस की डीपीएम अनिता केरकेट्टा, स्वयं सहायता समूह और आंगनबाड़ी की सेविका-सहायिकाएं कार्यक्रम में मौजूद थी।
कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए अभिशाप : शहर के जीएलए कॉलेज में एनएसएस, राजनीति शास्त्र विभाग एवं इतिहास विभाग ने संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का उद्घाटन करते हुए स्त्री रोग विषेशज्ञ डॉ नीलम होरो ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कहा कि समाज को इस कृत्य के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा और भविष्य की पीढ़ी को इससे सावधान रहने की सलाह दी। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ ऋचा ने महिलाओं के आंतरिक और बाह्य विकास में योग की महत्ता पर विशेष बल दिया। हिन्दी विभाग के डॉ विभा शंकर ने हिंदी साहित्य में महिला विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। सहायक प्राध्यापक डॉ भीम राम, डॉ राघवेन्द्र सिंह, महिला शिक्षिका अरुणा खाखा जीएलए कॉलेज अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ आईजे खलखो ने भी प्रकाश डाला। एनएसएस समन्यवक डॉ जसबीर बग्गा, डॉ सुनीता कुमारी, प्रो लीना कुमारी, डॉ आरके झा, डॉ राजेंद्र सिंह, डॉ कुमारी नीतू , डॉ माधुरी प्रियदर्शिनी, डॉ अयाना एमएस, छात्र रंजन, आदित्य, ज्ञानेश्वरी एवं बड़ी संख्या में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे।
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