अस्पतालों के रंगरोगन के बाद आयुष्मान आरोग्य मंदिर के नाम पर पैसे की हो रही बर्बादी
हैदरनगर में आयुष्मान आरोग्य मंदिर के नाम पर स्वास्थ्य विभाग में अवैध निकासी जारी है। पंचायतों में स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन मरीजों की कमी है। स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के...

हैदरनगर, प्रतिनिधि। आयुष्मान आरोग्य मंदिर के नाम पर स्वास्थ्य विभाग में पैसे की अवैध निकासी बदस्तूर जारी है। पलामू जिले के हैदरनगर सहित अन्य प्रखंड के पंचायतों में इस मंदिर की स्थापना और व्यय को कोई लेखा जोखा लेने वाला नहीं है। प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष बिमलेश सिंह, पंचायत समिति सदस्य गुप्तेश्वर पांडेय, पूर्व मुखिया सफीउल्ला खान ने बताया कि कई पंचायत भवन में स्वास्थ्य केन्द्र व आयुष्मान आरोग्य मंदिर का संचालन किया जा रहा है। इसमें बरडंडा, बभंडी पंचायत व मोकहर कला पंचायत के हेमजा सहित कई अन्य पंचायत शामिल हैं। जहां प्रतिदिन दर्जनों मरीजों की उपस्थिति तक नहीं होती।
किन्तु इसके संचालन से लेकर सीएचओ, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति पर बड़ा राशि व्यय किया जा रहा है। जबकि प्रखंड मुख्यालय में स्वास्थ्य कर्मियों की अभाव सैकड़ों मरीजों के रहते कायम है। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के नाम अपने भवन नहीं रहते सरकारी अस्पताल भवनों के बाहरी हिस्सों को का रंगरोगन कराकर भवन की भीतरी हिस्सा को यथावत संबधित संवेदक ने छोड़ दिया। जिसमें पैसे की बंदरबांट किये जाने की चर्चा सरेआम है। वहीं पंचायत भवनों के कमरों में संचालित इस आयुष्मान आरोग्य मंदिर की उपयोगिता नहीं रहने बावजूद इसके संचालन के प्रति स्थानीय विभागीय जुमला दिन रात कागजी खानापूर्ति में लगे हैं। उन्होंने इस मामले की जांच कराने की मांग पलामू के उपायुक्त व स्वास्थ्य मंत्री से की है। साथ ही विभिन्न मदों पर की गई खर्च का व्यौरा भी प्रस्तुत करने की मांग उन्होंने की है। उन्होंने यह भी कहा है कि जहां पर पूर्व से सरकारी अस्पताल स्थापित हैं, वहीं पर आरोग्य मंदिर संालन का क्या औचित्य है।
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