बोले पलामू : शाहपुर की कहानी, न बिजली-न पानी
मेदिनीनगर के शाहपुर क्षेत्र में दलित बस्ती के निवासी बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। पानी, सड़क, सफाई, और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था न होने के कारण नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़...
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मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। पलामू जिला मुख्यालय सिटी सह मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के शाहपुर क्षेत्र का दलित बस्ती में घनी आबादी होने के बावजूद बुनियादी सुविधाओं के लिए भी बेबसी की स्थिति बनी हुई है। करीब 5 वर्ग किलोमीटर में फैले इस इस एरिया के निवासी नाली, सड़क, पेयजल, स्ट्रीट लाइट, नियमित सफाई जैसे सुविधाओं से वंचित है। शाहपुर नई मोहल्ला, लालगंज, दलित मोहल्ला, ठाकुर मोहल्ला, विवेकानंदनगर एवं शाहपुर का पनेरीबांध रोड आदि में विभक्त इस एरिया को 2017 में नगर निगम क्षेत्र में शामिल किया गया था परंतु नागरिक सुविधाओं का विकास अबतक नहीं किया जा सका है। उत्तर कोयल नदी के बांए तट से लेकर फारबिस बांध तक फैले इस एरिया के निवासियों ने हिन्दुस्तान अखबार के बोले पलामू अभियान में बताया कि गर्मी के दिनों में पानी के लिए काफी मारा-मारी होती है जबकि बरसात के दिनों में रोड पर बरसात का पानी जमा हो जाने के कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। जलजमाव और गंदगी के कारण मच्छरों से आम जनजीवन सभी महीनों में परेशान रहता है। नागरिकों ने कहा कि शहरी क्षेत्र में शामिल करने के बाद से सभी परिवार नियमित रूप से होल्डिंग टैक्स भी जमा कर रहे हैं परंतु सुविधा देने में नगर निगम प्रबंधन उदासीन बना हुआ है।
भूमिगत जलस्तर पर हानिकारक खनिज की मात्रा अधिक होने के कारण लोगों को स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है। नगर प्रशासन को शीघ्र पाइपलाइन बिछाकर पानी की सहजता से आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए। विवेकानंद चौक से शाहपुर नई मोहल्ला की घनी आबादी के बीच से गुजरी स्टेट हाइवे पर भारीमाल वाहकों के आने-जाने से अक्सर दुर्घटना होती रहती है परंतु बाईपास बनाने का विचार नहीं किया गया। विवेकानंद चौक पर सालोभर सड़क टूटी रहती है परंतु न तो नगर निगम प्रबंधन और न ही पथ निर्माण विभाग की मेदिनीनगर डिविजन इसे दुरुस्त करने की दिशा में कोई पहल कर रहा है। इसके कारण अक्सर दुर्घटना हो रही है। शाहपुर के इस घनी आबादी वाले क्षेत्र के ठीक बगल में फारबिस बांध भी है जो लगातार अतिक्रमण का शिकार होता जा रहा है। परंतु प्रशासन इसे अतिक्रमण मुक्त कराकर विकसित करने और नागरिकों को खूबसूरत तालाब और पार्क देने की दिशा में अबतक कोई पहल नहीं की है। अभी भी इस तालाब के सहारे 200 से अधिक परिवारों की स्नान और कपड़ा धोने की जरूरत पूरी होती है। करीब 12 एकड़ एरिया में फैले इस पुराने चेकडैम में अतिक्रमण को चिह्नित करने के लिए 2008 में मापी भी कराई गई थी परंतु अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका। करीब 12 साल पहले फारबिस डैम बारिश के दौरान टूट गया था जिसके कारण डैम के निचले हिस्से में बसे परिवारों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ा था। तेजी से बढ़ती आबादी के कारण सरकारी जमीन का अतिक्रमण भी बढ़ रहा है। परंतु इस दिशा में प्रशासनिक कार्रवाई अबतक शून्य है। इसके कारण कानून के शासन में भरोसा रखने वाले नागरिकों की परेशानी बढ़ती जा रही है। नागरिक बार-बार सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने, नालियों का निर्माण कराने, बिजली पोल को सड़क के किनारे व्यवस्थित करने आदि की मांग करते आ रहे हैं परंतु समुचित पहल नहीं की जा रही है।
मोहल्ले की सड़कों की स्थिति है खस्ताहाल
शाहपुर के दलित मोहल्ला आदि में सड़कों की हाल काफी खास्ता है। मोहल्लों की कुछ गलियों का पक्कीकरण किया गया है परंतु निर्माण के दौराण गुणवता का ध्यान नहीं रखने के कारण उनकी स्थिति भी बदतर होती जा रही है। पक्की सड़क नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में मोहल्ले के निवासियों का जीवन नरक बन जाता है। गंदे पानी से होकर आना-जाना मजबूरी बन जाती है। इस दौरान फिसलकर लोग गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। बरसात में यहां के हालात बदतर हो जाते हैं। इस इलाके में बरसात के दौरान चलना मुश्किल हो जाता है।
पाइपलाइन से जलापूर्ति की है बदतर स्थिति
मेदिनीनगर नगर निगम के वार्ड-31 में स्थित शाहपुर नई मोहल्ला, लालगंज, दलित मोहल्ला, ठाकुर मोहल्ला, विवेकानंदनगर एवं शाहपुर का पनेरीबांध रोड में पाइप लाइन जलापूर्ति की बदतर स्थिति है। गर्मी में लोग यहां पीने के पानी के लिए तरसते रहते हैं। पुराने पाइपलाइन के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में पानी सप्लाई नहीं हो पाताा है। इसके कारण उपभोक्ताओं को पेजयल के लिए अन्य स्रोत पर निर्भर रहना पड़ता है। पानी की आपूर्ति नियमित और स्वच्छ नहीं होती है जिसके कारण नागरिकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग खुद पेजयल की व्यवस्था करते हैं।
मच्छरों के प्रकोप से होती है परेशानी
शाहपुर दलित मोहल्ला, विवेकानंद नगर, नई मोहल्ला आदि मोहल्लों में सफाई कर्मी कभी नहीं जाते हैं। कूड़े का उठाव भी व्यवस्था भी नियमित नहीं है। इसके कारण सड़क पर कचरे बिखरे रहते हैं। नालियां जाम की स्थिति में हैं। इसके कारण बदबू और मच्छर आम नागरिकों को परेशान करते हैं। मोहल्ले के लोग अक्सर सफाई को लेकर मांग करते रहते थे परंतु निदान नहीं निकल पा रहा है। नाली की नियमित सफाई एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं हो रहा है।
स्ट्रीट लाइट की नहीं है व्यवस्था
शाहपुर के दलित मोहल्ला, नई मोहल्ला आदि में आबादी बढ़ने से सड़कों पर भीड़ भी बढ़ी है। यह क्षेत्र शहर के करीब होने के कारण देर तक गुलजार रहता है। परंतु अबतक सभी गलियों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं हो सकी है। अधिकांश सड़क पर रात में अंधेरा पसरा रहता है। इसके कारण आपराधिक घटनाएं भी होती रहती है। नगर निगम की ओर से कुछ पोलों पर लगाए गए स्ट्रीट लाइट खराब भी हो गए हैं। लोगों की शिकायत करने पर कुछ स्ट्रीट लाइट बनाए जाते हैं परंतु वह भी कुछ ही दिनों में खराब हो जा रहे हैं।
इनकी भी सुनिए
शहरी जलापूर्ति योजना फेस-2 के तहत पाइपलाइन बिछाकर पानी की आपूर्ति शुरू कराने के बाद ही निदान हो सकता है। फारबिस बांध को अतिक्रमण मुक्त कराने तथा उसका गहरीकरण भी जरूरी है। इससे नगर निगम को एक एसेट्स मिलेगा और नागरिकों को सुविधाएं।
-प्रमिला देवी, पूर्व वार्ड पार्षद
जल्दी पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। वर्तमान में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग चैनपुर जलापूर्ति योजना का संचालन कर रहा है जिसमें सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है। शाहपुर मोहल्ले से मुख्य सड़क को हटाने के संबंध में गहनता से विचार किया जा रहा है।
-विश्वजीत महतो,सहायक नगर आयुक्त
जल निकासी की व्यवस्था करे प्रशासन
घनी आबादी के बीच से मुख्य सड़क गुजरने के कारण हमेशा दुर्घटना का आशंका बना रहता है। नई मोहल्ला तक दर्जनों लोग हादसे का शिकार हुए हैं।
-रामकेश महतो
गर्मी के दिनों में प्रतिदिन पानी के लिए मारामारी करनी पड़ती है। नगर निगम से उपलब्ध कराया गया टैंकर का पानी पर्याप्त नहीं है। इस दिशा में निश्चित पहल होनी चाहिए।
-आयशा बीबी
मोहल्ले की गलियों में रोड एवं लाइट की कमी है। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मोहल्ले में पीसीसी सड़क व लाइट का समुचित प्रबंध अवश्य होना चाहिए।
-तामसूल आरा
इस मोहल्ले में अधिकांश लोगों को अभी तक भी आवास उपलब्ध नहीं हो पाया है। जिस कारण गरीबों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
-सबीना खातून
नगर निगम को टैक्स देने के बाद भी इस वार्ड में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। बरसात के दिनों में मुख्य सड़क पर जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
-इस्माइल खान
विवेकानंद चौक से शाहपुर होते हुए नई मोहल्ला तक जगह-जगह स्पीड ब्रेकर लगाने की जरूरत है। जिससे बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके।
-मोहम्मद सद्दाम
जब तक पानी आपूर्ति का पाइपलाइन नहीं बिछाया जाता। तब तक मोहल्ले में टैंकर से लगातार पानी सप्लाई करने की जरूरत है। जिससे लोगों को राहत मिल सके।
-कैसर रजा।
नगर निगम क्षेत्र के शाहपुर क्षेत्र के सभी मोहल्ले में पेयजल की समुचित व्यवस्था एवं आवागमन का संसाधन उपलब्ध कराने की जरूरत है।
-परवेज आलम
गर्मी के दिनों में पानी के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है। टैंकर आने के बाद भी पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता है। जिस कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
-पूनम देवी
शाहपुर नई मोहल्ला में नगर निगम का कचरा डंप होने के कारण हमेशा वातावरण में दुर्गंध व्याप्त रहता है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी खतरा बना रहता है।-राजन कुमार
नगर निगम होल्डिंग टैक्स वसूलने पर तो हमेशा ध्यान केंद्रित किये रहता है। किंतु मोहल्ले में मूलभूत सुविधाओं के मुद्दे पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया जाता है।
-मुख्तार अंसारी
शिकायतें
1. पेयजल का अभाव रहने के कारण मोहल्लेवासियों को आए दिन पेयजल की किल्लत से होती है परेशानी।
2. बिना नक्शा पास कराए घर बनाए जाने के कारण जल-निकासी, सड़क आदि की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
3. स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था नहीं है।
4. फरबीस बांध लगातार अतिक्रमण का शिकार हो रहा है।
4. नालियों और गलियों की सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है।
सुझाव
1. शाहपुर के सभी मोहल्ले में नई पाइप बिछाकर पेयजल आपूर्ति की दिशा में पहल की जाए।
2. सभी मोहल्ले में अब नक्शा पास कराकर ही मकान बनने देने के प्रावधान को सख्ती से लागू हो।
3. स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था समुचित रूप से सभी गलियों में की जाए।
4. फारबीस बांध तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए।
5. सभी मोहल्ले में नियमित सफाई, कूड़े का उठाव सुनिश्चित किया जाए। नालियों की सफाई भी नियमित किया जाए।
जरूरत वाले जगह पर नाली का निर्माण कराया जाए।
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